ब्रिटेन के सरे शहर में स्थित गुरु नानक सिंह गुरुद्वारे के बिल्कुल करीब कुछ अज्ञात लोगों ने खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की गोली मारकर हत्या कर दी है. उसे भारत सरकार ने आतंकवादी घोषित किया था. हाल ही में भारत सरकार ने 41 आतंकियों की लिस्ट जारी की थी, जिसमें हरदीप निज्जर का नाम भी शामिल था. इसके अलावा राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने उसके ऊपर 10 लाख का इनाम भी रखा था.
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कनाडा के सिख संगठन से जुड़ा था
खबरों के मुताबिक सरे शहर के एक गुरुद्वारे के करीब हरदीप निज्जर को गोली मारी गई, जिसके बाद उसकी मौत हो गई. वह कनाडा के सिख संगठन सिख फॉर जस्टिस से जुड़ा था. निज्जर को दो अज्ञात बंदूकधारियों ने गोलियों से भून कर घटनास्थल से फरार हो गए.
एनआईए ने उस पर 10 लाख का इनाम भी रखा था
2022 की शुरुआत में, राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने भगोड़े खालिस्तान आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर पर पंजाब के जालंधर में एक हिंदू पुजारी की हत्या की साजिश रचने का आरोप लगाया और 10 लाख रुपये के इनाम की घोषणा की थी. एनआईए के मुताबिक पुजारी की हत्या की साजिश खालिस्तान टाइगर फोर्स ने रची थी. कनाडा में रहने वाला निज्जर KTF का अध्यक्ष था.
इससे पहले निज्जर का नाम 1985 के एयर इंडिया बम विस्फोट में रिहा हुए रिपुदमन सिंह मलिक की हत्या में सामने आया था, हालांकि, एनआईए को मामले में उसके खिलाफ कोई सबूत नहीं मिला था.
एक और खालिस्तानी समर्थक की हुई थी मौत
इससे पहले एक और खालिस्तानी समर्थक अवतार सिंह खांडा की ब्लड कैंसर की वजह से मौत हो गई थी. कुछ दिन पहले उसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया था. अवतार सिंह खांडा लंदन में भारतीय दूतावास पर हुए हमले का मुख्य आरोपी था. खांडा को भारतीय दूतावास पर हुए हमले और तिरंगे के अपमान के बाद गिरफ्तार भी किया गया था. उसके बाद से ही एनआईए लगातार उसे भारत लाने की कोशिश कर रही थी. वह NIA की वांटेड लिस्ट में था. अमृतपाल से पहले खांडा की ‘वारिस पंजाब दे’ संस्था चलाने वाले दीप सिद्धू से भी मुलाकात हुई थी. लेकिन सिद्धू की मौत के बाद अमृतपाल को इसे चलाने के लिए उसने ही पंजाब भेजा था.
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