उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और पंजाब में बीते कुछ दिनों से लगातार बारिश हो रही है. जिसके चलते बुधवार को पंजाब की भाखड़ा और पोंग बांध के गेट खोलने पड़े. गेट खोलने की वजह से सतुलज और व्यास नदियों के किनारे बसे सैकड़ों गांवों में बाढ़ आ गई. मूसलाधार बारिश के कारण दोनों जलाशयों में पानी का प्रवाह चिंताजनक रूप से बढ़ गया है.
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एनडीआरएफ की टीमें युद्धस्तर पर बचाव अभियान चला रही हैं
राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की टीम बाढ़ में फंसे लोगों को निकालने की कोशिश कर रही है. अधिकारियों ने बताया कि बारिश धीमी होने से दोनों बांधों में पानी का प्रवाह कम हो गया है, जो राहत की बात है. पंजाब, हरियाणा और राजस्थान की सिंचाई जरूरतों को पूरा करने के लिए जल स्तर कम करने के उद्देश्य से दोनों बांधों के फ्लड गेट खोल दिए गए हैं.
#WATCH मूसलाधार बारिश के कारण पंजाब के कई हिस्सों में बाढ़ की स्थिति बनी। वीडियो रूपनगर जिले से है। वीडियो ड्रोन से लिया गया है। pic.twitter.com/gFT1uYzMdY
— ANI_HindiNews (@AHindinews) August 16, 2023
गेट खोलते ही बाढ़ जैसी स्थिति पैदा हो गई
फ्लड गेट खुलने से खासकर पंजाब के रोपड़, आनंदपुर साहिब और होशियारपुर, फिरोजपुर जिला और हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले में बाढ़ जैसे हालात बन गए है. पंजाब में एक महीने में दूसरी बार गांव में बाढ़ की वजह से डूब गए हैं और खेतों में फसल बुरी तरह प्रभावित हुई है.
हिमाचल प्रदेश में स्कूल और कॉलेज बंद रखने के आदेश
वहीं, हिमाचल प्रदेश के कई जिलों में भूस्खलन और बाढ़ जैसी घटनाओं से कई लोगों की मौत हो गई है. राज्य सरकार रेस्क्यू ऑपरेशन बड़े पैमाने पर चल रही है. इस बीच स्कूल-कॉलेजों को प्रशासन ने बंद रखने का आदेश दिया है.
हिमाचल में भूस्खलन के कारण शिमला-कालका हेरिटेज ट्रैक ध्वस्त हो गया
वहीं प्राकृतिक आपदाओं से सबसे ज्यादा नुकसान हिमाचल प्रदेश को हुआ है. यहां शिमला-कालका रेलवे ट्रैक भी ध्वस्त हो गया है. जिसके चलते ऐतिहासिक ट्रेन की आवाजाही रुक गई है. इस रेलवे ट्रैक को हेरिटेज माना जाता है.
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