नई दिल्ली: भारत में त्योहारों का मौसम चल रहा है, ऐसे में राष्ट्रीय राजधानी नई दिल्ली शनिवार से शुरू होने वाले जी-20 शिखर सम्मेलन के लिए पूरी तरह तैयार है. जहां दुनिया के शीर्ष नेता जी-20 बैठक में हिस्सा लेने के लिए शुक्रवार को दिल्ली पहुंच चुके हैं, वहीं भारत ने इस शिखर सम्मेलन से पहले शुक्रवार को कहा कि नई दिल्ली लीडर डेक्लेरेशन के लिए लगभग तैयार है. यह घोषणा ग्लोबल साउथ की आवाज होगी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा व्यक्त विश्वास को प्रतिबिंबित करेगी. पीएम मोदी ने इस बात पर जोर दिया कि भारत की अध्यक्षता में जी-20 बैठक समावेशी और मानव-उन्मुख विकास की एक नई दिशा का द्वार खोलेगी.
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रूस-यूक्रेन युद्ध और जलवायु परिवर्तन से संबंधित विशिष्ट घर्षण मुद्दों पर टिप्पणी करने से इनकार करते हुए, भारत के शीर्ष जी20 अधिकारियों ने दो दिवसीय शिखर सम्मेलन की पूर्व संध्या पर कहा कि नई दिल्ली घोषणा लगभग तैयार है और हमें आम सहमति से एक संयुक्त घोषणा की घोषणा करने की उम्मीद है. 18वीं जी-20 बैठक के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन, ब्रिटिश प्रधानमंत्री ऋषि सुनक, जापानी प्रधान मंत्री फुइमो किशिदा, इटली की पीएम जियोर्जिया मेलोनी और अन्य नेता शुक्रवार को ही दिल्ली पहुंच गए हैं.
प्रतिष्ठित भारत मंडपम क्षेत्र जहां 18वां जी-20 शिखर सम्मेलन आयोजित होना है, उसे पुलिस, अर्धसैनिक बलों और अन्य एजेंसियों ने घेर लिया है. भारत पहली बार दुनिया के अधिकांश विकसित और विकासशील देशों का प्रतिनिधित्व करने वाले 19 देशों और यूरोपीय संघ की बैठक की मेजबानी कर रहा है.
इस शिखर सम्मेलन में 19 देशों और एक यूरोपीय संघ को आमंत्रित किया गया है. इसके अलावा 9 और देशों को समिट में मेहमान के तौर पर आमंत्रित किया गया है. भारत का सबसे बड़ा इनडोर हॉल यानी भारत मंडपम दुनिया की महाशक्तियों को एक मंच पर लाने के लिए पूरी तरह तैयार है. यह पहली बार होगा जब दुनिया के सबसे शक्तिशाली देशों के राष्ट्रपति एक ही समय पर दिल्ली में एक साथ होंगे. राजधानी दिल्ली को दुल्हन की तरह सजा दिया गया है और इसे एक अभेद किले के रूप में तब्दील कर दिया गया है.
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