नई दिल्ली: 7 अक्टूबर को हमास ने बिना किसी वजह इजराइल पर हमला कर दिया था, इस हमले में 1,400 इजरायली मारे गए थे और लगभग 200 लोगों को बंधक बना लिया गया था. जवाब में अमेरिका के समर्थन से इजराइल द्वारा किए गए एक बड़े हमले में 7,000 से अधिक फिलिस्तीनी मारे गए हैं. इससे बौखलाए ईरान ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में बोलते हुए अमेरिका को खुलेआम चेतावनी दी है कि अगर गाजा पट्टी पर हमले नहीं रुके तो हम अमेरिका को भी नहीं छोड़ेंगे.
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मध्य पूर्व के हालात पर चर्चा के लिए बुलाई गई संयुक्त राष्ट्र महासभा की विशेष बैठक को संबोधित करते हुए ईरान के विदेश मंत्री होसैन अमीराबदोलाहियान ने अमेरिका को स्पष्ट शब्दों में चेतावनी देते हुए कहा कि अगर युद्ध जारी रहा और नरसंहार इसी तरह जारी रहा तो हम अमेरिका को भी नहीं छोड़ेंगे.
इस बीच हमास ने ईरान से कहा है कि अगर इजराइल में बंधक बनाए गए 6,000 फिलिस्तीनियों को रिहा कर दिया जाए तो हम 200 बंधकों को रिहा करने के लिए तैयार हैं. इसका जिक्र करते हुए ईरान के प्रतिनिधि ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में भी कहा कि, ‘ईरान इस मानवीय कार्य में भाग लेने के लिए कतर और तुर्की के साथ आवश्यक भूमिका निभाने के लिए तैयार है.
उल्लेखनीय है कि इजराइल और फिलिस्तीन के बीच जारी भीषण युद्ध के दौरान अमेरिका ने सीरिया और इराक में ईरान समर्थित आतंकवादी समूह हिजबुल्लाह आदि के ठिकानों पर हवाई हमले शुरू कर दिए हैं. इसलिए विशेषज्ञों का डर सच हो रहा है कि युद्ध मध्य पूर्व तक फैल जाएगा. अमेरिका खुलकर इजराइल के समर्थन में आ गया है वहीं कुछ देश पीछे से फिलिस्तीन को सहयोग कर रहे हैं.
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