इस्लामिक देशों के विरोध को नजरअंदाज करते हुए इजराइल गाजा पर हवाई हमले जारी रखा है. जिसके खिलाफ अब ईरान ने फिर से बयान दिया है. ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी ने कहा है कि अगर मुस्लिम देशों का संगठन होता तो गाजा पर इजरायली हमले रोके जा सकते थे. यह देखकर दुख होता है कि मुस्लिम देशों में एकता नहीं है और इसका फायदा इजराइल उठा रहा है.
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उन्होंने आगे कहा कि अगर मुस्लिम दुनिया एकजुट होती तो इजरायली आक्रामकता और उसे पश्चिमी देशों से मिल रहे समर्थन को रोका जा सकता था. यदि मुस्लिम जगत में बेहतर समन्वय हो तो बाहरी देशों के हस्तक्षेप को रोका जा सकता है. ऐसे में मुस्लिम देशों को एक मंच पर आकर एकता दिखाने और आपसी सौहार्द कायम करने की जरूरत है. ईरान में आयोजित जिस कार्यक्रम में रईसी ने उपरोक्त बयान दिया, उसमें इजराइल के राजदूत भी मौजूद थे.
रईसी पहले भी अमेरिका को दे चुके हैं धमकी
इससे पहले राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी ने इजराइल को नए सिरे से धमकी दी थी और कहा था कि अस्पताल पर हमले के बाद इजराइल का अंत शुरू हो गया है. फिलिस्तीन के लोगों के खून का एक-एक कतरा इजराइल को उसके विनाश के करीब ला रहा है. अमेरिका के खिलाफ बयान देते हुए रईसी ने आगे कहा कि इजराइल द्वारा किए जा रहे अपराधों में अमेरिका उसकी मदद कर रहा है. दुनिया के लोग भी अमेरिका को अपराधों में भागीदार मान रहे हैं. इजराइल को अपने हवाई हमले बंद करने चाहिए ताकि गाजा में रहने वाले लोगों तक सहायता पहुंचाई जा सके.
ईरान के विदेश मंत्री हुसैन अमीर भी पहले कह चुके हैं कि अगर इजराइल ने गाजा पर हमला नहीं रोका तो मध्य पूर्व में इसके गंभीर परिणाम हो सकते हैं.
उधर जानकारी सामने आ रही है कि इजराइली सेना के हवाई हमले में पिछले 24 घंटों में गाजा पट्टी में 756 लोग मारे गए हैं, जो 7 अक्टूबर से जारी युद्ध में एक दिन में मरने वालों की सबसे अधिक संख्या है. गाजा पर इजरायली हमले में अब तक 6546 लोग मारे जा चुके हैं. बीते 24 घंटों में मरने वालों में 344 बच्चे भी शामिल है. युद्ध को रोकने के लिए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की लगातार बैठक हो रही है, लेकिन अभी युद्धविराम पर आम सहमति नहीं बन पाई है.
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