मणिपुर पिछले दो माह से हिंसा की आग में झुलस रहा है. इस बीच जानकारी सामने आ रही है कि मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह अपने पद से इस्तीफा दे सकते हैं. बीजेपी पर मुख्यमंत्री बदलने का दबाव बना हुआ है. मुख्यमंत्री बीरेन सिंह ने राज्यपाल से मिलने का समय मांगा है, जिसके बाद चर्चा है कि वह आज इस्तीफा दे सकते हैं. इससे पहले कांग्रेस ने हिंसा को लेकर बीरेन सिंह को उनके पद से हटाने की मांग की थी.
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मुख्यमंत्री बीरेन सिंह ने गृह मंत्री अमित शाह से की थी मुलाकात
मुख्यमंत्री बीरेन सिंह ने रविवार को गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की और मणिपुर में जारी हिंसा पर चर्चा की थी. उसके बाद उन्होंने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा था कि मैंने गृह मंत्री को बताया है कि मणिपुर में अब हालात कैसे हैं और स्थिति में कैसे सुधार हो रहा है. उन्होंने कहा कि राज्य में हालात अब सुधर रहे हैं और केंद्र सरकार की मदद से स्थिति नियंत्रण में है.
कांग्रेस अध्यक्ष की मांग इस्तीफा दें सीएम
मुख्यमंत्री बीरेन सिंह खुद मैतेई समुदाय से हैं और उन पर कुकी समुदाय से जुड़े संगठनों ने पक्षपात का आरोप लगाया है. राजधानी इंफाल समेत कई जिलों में हिंसा जारी है और मुख्यमंत्री बीरेन सिंह स्थिति को न संभाल पाने के कारण विपक्ष के निशाने पर हैं. इससे पहले कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने ट्वीट किया था कि खबर है कि गृह मंत्री (अमित शाह) ने आखिरकार मणिपुर के हालात पर प्रधानमंत्री मोदी से बात की है. पिछले 55 दिनों से मोदीजी ने मणिपुर पर एक भी शब्द नहीं बोला है. अगर मोदी जी वास्तव में मणिपुर के बारे में कुछ सोचते हैं तो पहले अपने सीएम को हटाएं. आतंकवादी संगठनों और असामाजिक तत्वों से हथियार जब्त करें. सभी दलों के साथ बातचीत शुरू करें और एक साझा राजनीतिक रास्ता खोजें.
अब तक 100 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है
गौरतलब है कि मई की शुरुआत में मणिपुर में मैतेई और कुकी समुदायों के बीच भड़की जातीय हिंसा में 100 से अधिक लोगों की मौत हो गई है. मणिपुर में अनुसूचित जनजाति (एसटी) का दर्जा देने की मैतेई समुदाय की मांग के विरोध में 3 मई को पहाड़ी जिलों में आदिवासी एकता मार्च आयोजित होने के बाद झड़प शुरू हुई थी. उग्रवादियों ने राज्य सरकार और केंद्र के कई मंत्रियों के घरों में भी आग लगा दी है. हालात को संभालने के लिए सैना को तैनात किया गया है.
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