मध्य प्रदेश के दमोह में विवादास्पद गंगा जमना स्कूल की मुसीबतें बढ़ती जा रही हैं. शिवराज सिंह सरकार हिंदू छात्रों को हिजाब पहनने सहित इस्लामी रीति-रिवाजों को लागू करने वाले इस स्कूल के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर रही है. मुख्यमंत्री के सख्त कार्रवाई के आदेश के बाद अब गंगा जमना स्कूल पर बुलडोजर चल सकता है. रविवार को नगर पालिका ने स्कूल को नोटिस भेजा है. बिना अनुमति के निर्माणाधीन स्कूल भवन का निर्माण करने का आरोप लगाते हुए नगर पालिका ने तीन दिन में संतोषजनक जवाब मांगा है.
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अगर स्कूल प्रशासन की ओर से संतोषजनक जवाब नहीं दिया गया तो मामा का बुलडोजर स्कूल पर चला सकता है. धर्मांतरण की कोशिश और मस्जिद तक जाने वाली गुप्त सड़क जैसे खुलासे के बाद प्रशासन ने स्कूल से जुड़े लोगों की गिरफ्तारी शुरू कर दी है. कहा जाता है कि स्कूल का नाम उसके प्रिंसिपल की पत्नी के नाम पर रखा गया है. स्कूल संचालकों के अन्य व्यवसायों पर भी छापेमारी की जा रही है. पेट्रोल पंप समेत कई दुकानों को सील कर दिया गया है और कई लोग फरार हैं. हिजाब से शुरू हुआ मामला धर्मांतरण और टेरर फंडिंग के आरोप तक पहुंच गया है. रविवार को स्कूल के प्रधानाध्यापक, एक शिक्षक और चौकीदार को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया. प्रशासन अब इस स्कूल पर बुलडोजर चलाने की तैयारी कर रहा है.
मध्य प्रदेश के गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि दमोह के विवादास्पद गंगा जमना स्कूल में कथित धर्मांतरण की जांच सही दिशा में आगे बढ़ रही है और इस मामले में प्याज की परतों की तरह एक के बाद एक खुलासे हो रहे हैं. फरार आरोपियों, ऐसी कट्टरपंथी ताकतों और माफियाओं के खिलाफ मध्य प्रदेश में बुलडोजर चल रहा है.
गौरतलब हो कि गंगा जमना स्कूल का एक कथित पोस्टर सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था. जिसमें हिंदू लड़कियों को हिजाब पहने दिखाया गया था. मामला सामने आने के बाद पुलिस ने तीन बच्चों का बयान दर्ज करने के बाद आगे की कार्रवाई कर रही है. पुलिस ने स्कूल से संचालन से जुड़े 10 लोगों के खिलाफ आईपीसी की धारा 295, 506 और जेजे एक्ट के तहत मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई कर रही है.
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