नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल प्रचंड आज से भारत के आधिकारिक दौरे पर हैं. प्रचंड के साथ एक उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल भी भारत आया है. प्रचंड का भारत दौरा अहम माना जा रहा है. खास तौर पर चीन के साथ राजनयिक संबंधों और नेपाल और चीन के बीच बढ़ती नजदीकियों के बीच यह यात्रा काफी महत्वपूर्ण है.
Advertisement
Advertisement
चीन के आमंत्रण के बावजूद भारत को चुना
पिछले साल दिसंबर में तीसरी बार नेपाल का प्रधानमंत्री बनने के बाद पुष्प कमल दहल प्रचंड की यह पहली विदेश यात्रा है. नेपाल के प्रधानमंत्री प्रचंड ने चीन के आमंत्रण के बावजूद भारत को चुना है. इस यात्रा को लेकर दोनों पक्षों में खासी उत्सुकता है. पिछले कुछ समय से नेपाल जिस तरह से चीन के करीब आ रहा है. ऐसे में नेपाल के प्रधानमंत्री का दौरा संबंधों में गर्माहट ला सकता है. नेपाल के पीएम द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने के लिए पीएम नरेंद्र मोदी और अन्य नेताओं के साथ बातचीत करेंगे.
इस दौरान दोनों देशों के बीच कई समझौते भी होंगे. नेपाली पीएम प्रचंड की भारत यात्रा के दौरान जल संसाधन, ऊर्जा सहयोग, व्यापार, वाणिज्य, पारगमन और बुनियादी ढांचे सहित कई मुद्दों पर चर्चा की जाएगी. इस दौरान कुछ द्विपक्षीय समझौतों पर भी हस्ताक्षर होंगे. नेपाली अधिकारियों ने कहा कि इस अवधि के दौरान आधा दर्जन से अधिक समझौतों और ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए जाएंगे और उनकी घोषणा की जाएगी.
गुजरात बोर्ड 12वीं सामान्य स्ट्रीम का रिजल्ट घोषित, 73.27 फीसदी छात्र हुए पास
Advertisement