एनआईए की टीम ने आज महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, दिल्ली-एनसीआर समेत कई जगहों पर बड़े पैमाने पर छापेमारी की है. फिलहाल दिल्ली में कई जगहों पर सर्च ऑपरेशन चल रहा है. पुरानी दिल्ली के हौजी काली थाना क्षेत्र के बल्लीमारान में केंद्रीय जांच एजेंसी द्वारा तलाशी अभियान चलाया जा रहा है. जांच एजेंसी के सूत्रों के मुताबिक, एजेंसी ने दिल्ली-एनसीआर समेत कई जगहों पर जांच अभियान शुरू कर दिया है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, पीआईएफ मॉड्यूल के खिलाफ छापेमारी की गई है. महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, राजस्थान और एनसीआर समेत कई राज्यों में एनआईए का सर्च ऑपरेशन जारी है.
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इससे पहले, प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) और राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) और राज्य पुलिस बलों की एक संयुक्त टीम ने 10 राज्यों में छापेमारी के दौरान 100 से अधिक पीएफआई नेताओं को गिरफ्तार किया था. यह तलाशी “आतंकवाद को वित्त पोषित करने, प्रशिक्षण शिविर आयोजित करने और प्रतिबंधित संगठनों में शामिल होने के लिए लोगों को कट्टरपंथी बनाने” में शामिल व्यक्तियों के आवासीय और आधिकारिक परिसरों में की गई थी. इससे पहले 10 राज्यों में बड़े ऑपरेशन में एनआईए, ईडी और राज्य पुलिस ने 100 से ज्यादा पीएफआई कैडरों को गिरफ्तार किया था.
यूएपीए के तहत लगाया गया प्रतिबंध
पिछले साल सितंबर में गृह मंत्री की ओर से एक सार्वजनिक गैजेट अधिसूचना में कहा गया था कि सरकार ने पीएफआई की विघटनकारी गतिविधियों को देखते हुए गैरकानूनी गतिविधि अधिनियम, 1967 यानी यूएपीए की धारा 3 की उपधारा 1 के तहत अपनी शक्तियों का प्रयोग किया है. पीएफआई को यूएपीए की धारा 35 के तहत 42 प्रतिबंधित आतंकी संगठनों की सूची में शामिल किया गया है.
पीएफआई पर आतंकी संबंधों का आरोप है. केंद्र सरकार ने यह फैसला देश के कुछ राज्यों में पीएफआई पर लगातार छापेमारी के बाद लिया था. रिपोर्ट के मुताबिक मिले सबूतों के आधार पर यह फैसला लिया गया था. आरोप है कि इस संगठन को विदेशों से अवैध रूप से फंडिंग मिल रही थी. इसे लेकर गुजरात, मध्य प्रदेश, कर्नाटक, महाराष्ट्र, दिल्ली, असम, उत्तर प्रदेश, तेलंगाना समेत कई राज्यों में छापेमारी कर इस संगठन से जुड़े लोगों को गिरफ्तार किया गया था.
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