एक बार फिर इस्लामिक देशों के संगठन ने जम्मू-कश्मीर पर विवादित टिप्पणी की है. इस्लामिक सहयोग संगठन के सचिव हिसीन ब्राहिम तहन ने एक बयान में कहा कि कल जम्मू-कश्मीर पर भारत के कब्जे के 76 साल पूरे हो जाएंगे. ओआईसी ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से जम्मू-कश्मीर विवाद को सुलझाने के लिए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों के तहत ठोस कदम उठाने की बात दोहराई है. उन्होंने यह भी कहा कि जम्मू-कश्मीर के लोगों के आत्मनिर्णय के अधिकार को लेकर संगठन उनके साथ है.
Advertisement
Advertisement
धारा 370 की बहाली की मांग
इस्लामिक शिखर सम्मेलन और ओआईसी विदेश मंत्रियों की बैठक के फैसलों और प्रस्तावों का जिक्र करते हुए ओआईसी सचिव ने कहा, भारत को जम्मू-कश्मीर के लोगों के बुनियादी मानवाधिकारों का सम्मान करना चाहिए. साथ ही 5 अगस्त 2019 को जम्मू-कश्मीर से हटाए गए अनुच्छेद 370 को बहाल करने की भी मांग की गई.
ओआईसी हमेशा से भारत के खिलाफ जहर उगलता रहा है
यह पहली बार नहीं है कि ओआईसी ने भारत और जम्मू-कश्मीर को लेकर ऐसी विवादित टिप्पणी की है. इसके अलावा अक्टूबर 2022 में ओआईसी ने एक बयान जारी कर भारत सरकार से जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 को बहाल करने की मांग की थी. कश्मीर में हो रहे जनसांख्यिकीय बदलाव को रोकने की भी मांग की गई. कश्मीर मुद्दे पर ओआईसी की ओर से पहले भी इस तरह का बयान देखा जा चुका है.
सूरत में दिल दहला देने वाली घटना, दो बच्चों समेत एक ही परिवार के 7 लोगों ने की सामूहिक आत्महत्या
Advertisement