मणिपुर में दो महिलाओं को निर्वस्त्र कर घुमाने के मामले पर अब प्रधानमंत्री मोदी ने भी प्रतिक्रिया दी है. मानसून सत्र शुरू होने से पहले पत्रकारों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि मणिपुर की घटना वाकई शर्मनाक है. किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा. मेरे दिल में बहुत गुस्सा और दर्द है. मैं देश को आश्वस्त करता हूं कि किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा.
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पीएम मोदी ने कहा, मेरा दिल दर्द से भर गया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि मणिपुर की जो घटना सामने आई है वो किसी भी सभ्य समाज के लिए ये शर्मसार करने वाली घटना है. गुनाह करने वाले कितने और कौन हैं, वो अपनी जगह पर हैं पर बेइज्जती पूरे देश की हो रही है. मैं सभी मुख्यमंत्रियों से आग्रह करता हूं कि वो अपने राज्यों में कानून व्यवस्थाओं को और मजबूत करें. खासतौर पर हमारी मातओं-बहनों की रक्षा के लिए कठोर से कठोर कदम उठाए. मणिपुर में जो घटना सामने आई है वह किसी भी सभ्य समाज के लिए शर्मनाक है. 140 करोड़ देशवासियों का सिर शर्म से झुक गया है.
इसके अलावा पीएम मोदी ने कहा कि इस देश के किसी भी कोने में, किसी के भी राज्य सरकार में राजनीति और वाद-विवाद से ऊपर उठकर कानून व्यवस्था का महात्म्य और नारी का सम्मान है. मैं देशवासियों को विश्वास दिलाता हूं कि किसी भी गुनहगार को बख्शा नहीं जाएगा. कानून अपनी पूरी शक्ती से और सख्ती से एक के बाद एक कदम उठाएगा. मणिपुर की इन बेटियों के साथ जो हुआ है इसको कभी माफ नहीं किया जाएगा.
सभी दलों से संसद सत्र को सुचारू रूप से चलाने में सहयोग की अपील
इस मौके पर पीएम मोदी ने आगे कहा कि मानसून सत्र में आप सभी का स्वागत है. सावन का पवित्र मास चल रहा है. सावन मास पवित्र संकल्प और पवित्र कार्यों के लिए बहुत ही उत्तम माना जाता है. मुझे विश्वास है कि सभी सांसद मिलकर इस सत्र का जनहित में सर्वाधिक उपयोग करेंगे. संसद और हर सांसद की जो जिम्मेवारी है, ऐसे अनेक कानूनों को बनाना और उसपर चर्चा करना बहुत आवश्यक है. चर्चा जितनी पैनी होती है उतना जनहित में दूरगामी परिणाम देने वाले अच्छे निर्णय होते हैं.
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