इंटरपोल ने लॉरेंस बिश्नोई गैंग के दो गैंगस्टरों के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया है. जिन गैंगस्टरों के खिलाफ नोटिस जारी किए गए हैं उनमें विक्रमजीत सिंह और कपिल सांगवान का नाम शामिल है. विक्रमजीत सिंह के संयुक्त अरब अमीरात और कपिल सांगवान के ब्रिटेन में छिपे होने का संदेह है. लॉरेंस बिश्नोई गैंग के खिलाफ जांच एजेंसियों ने कार्रवाई तेज कर दी है.
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हाल के दिनों में कई बड़े हत्या के मामलों में लॉरेंस बिश्नोई का नाम सामने आया है. ऐसे में बिश्नोई और उसके गैंग के खिलाफ चल रहे मामलों की जांच एनआईए को सौंप दी गई है. लॉरेंस बिश्नोई कई सालों से जेल में है. लेकिन, वह जेल से अपना नेटवर्क चलाता है और उसके कई साथी उसके इशारे पर हत्याएं करते हैं. गैंगस्टर गोल्डी बराड़ विदेश में रहकर लॉरेंस बिश्नोई गैंग चलाता है और मशहूर गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या में भी यह गैंग शामिल था. हाल ही में गोल्डी बराड़ ने एक बार फिर सलमान खान को जान से मारने की धमकी दी है. बराड़ ने कहा कि सलमान खान उनकी हिट लिस्ट में है. इससे पहले भी उसने कई बार सलमान खान को जान से मारने की धमकी दे चुका है. एनआईए की जांच में पता चला कि लॉरेंस बिश्नोई और उसका गिरोह आईएसआई और खालिस्तानी चरमपंथियों के संपर्क में था.
इंटरपोल का रेड कॉर्नर नोटिस क्या है?
रेड कॉर्नर नोटिस उन भगोड़ों के लिए जारी किया जाता है जिन पर आपराधिक मामले दर्ज होते हैं. रेड कॉर्नर नोटिस दुनिया भर की कानून प्रवर्तन एजेंसियों से उस व्यक्ति का पता लगाने और अस्थायी रूप से गिरफ्तार करने की अपील है जिसके खिलाफ नोटिस जारी किया गया है. इंटरपोल के 195 सदस्य देश एक राष्ट्रीय जांच एजेंसी नियुक्त करते हैं. भारत में भगोड़े अपराधियों के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी करने का एकमात्र अधिकार सीबीआई के पास है.
एनआईए ने गृह मंत्रालय को लिखा पत्र
गौरतलब है कि हाल ही में जेल में भी कई घटनाएं हुई हैं, जिसमें कई गैंगस्टर मारे गए हैं. ऐसे में कई खतरनाक अपराधियों को अंडमान-निकोबार जेल भेजने की सिफारिश की गई है. खास तौर पर दिल्ली, पंजाब और हरियाणा की जेलों में बंद अपराधियों को अंडमान-निकोबार की जेलों में भेजने की तैयारी की जा रही है. इस संबंध में एनआईए ने गृह मंत्रालय को पत्र भी लिखा है. अगर अपराधियों को उस जेल में भेजा जाएगा तो उनमें एक नाम लॉरेंस बिश्नोई का जरूर होगा.
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