वाशिंगटन डीसी: अमेरिका पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस के संयुक्त सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि यह मेरे लिए एक बड़ा सम्मान है, इस सम्मान के लिए मैं भारत की 1.4 अरब जनता के प्रति हार्दिक आभार व्यक्त करता हूं. मैं देख रहा हूं कि आप में से लगभग आधे लोग 2016 में यहां थे. मैं दूसरे आधे हिस्से में पुराने दोस्तों और नए दोस्तों का उत्साह भी देख सकता हूं. मैं यहां इस सदी के लिए अपने आह्वान के बारे में बात करने के लिए आया हूं. जिस लंबे रास्त पर हमने यात्रा की है, हमने दोस्ती की परीक्षा दी है. 7 गर्मियों पहले जब मैं यहां आया था तब से बहुत कुछ बदल गया है, लेकिन बहुत कुछ वैसा ही बना हुआ है. जैसे कि भारत और संयुक्त राज्य अमेरिका के बीच दोस्ती को गहरा करने की हमारी प्रतिबद्धता. पिछले कुछ सालों में AI, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में काफी प्रगति हुई है. साथ ही, दूसरे AI, अमेरिका और भारत में और भी महत्वपूर्ण विकास हुआ है.
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भारत लोकतंत्र की जननी है
अमेरिकी कांग्रेस की संयुक्त बैठक को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आगे कहा कि मैं धैर्य, अनुनय और नीति की लड़ाई से संबंधित हो सकता हूं. मैं विचारों और विचारधारा की बहस को समझ सकता हूं. लेकिन मुझे यह देखकर खुशी हो रही है कि आप दो महान लोकतंत्रों – भारत और संयुक्त राज्य अमेरिका के बीच संबंधों का जश्न मनाने के लिए एक साथ आए हैं. लोकतंत्र हमारे पवित्र और साझा मूल्यों में से एक है. पूरे इतिहास में एक बात स्पष्ट रही है कि लोकतंत्र वह भावना है जो समानता और सम्मान का समर्थन करती है. लोकतंत्र वह विचार है जो बहस और चर्चा का स्वागत करता है. लोकतंत्र वह संस्कृति है जो विचार और अभिव्यक्ति को पंख देती है. भारत को प्राचीन काल से ही ऐसे मूल्यों का सौभाग्य प्राप्त है. लोकतांत्रिक भावना के विकास में भारत लोकतंत्र की जननी है.
अमेरिका की स्थापना एक समान दृष्टिकोण वाले लोगों से प्रेरित थी-PM मोदी
इसके अलावा उन्होंने कहा कि पिछले साल भारत ने आजादी के 75 साल पूरे किए हैं. हर मील का पत्थर महत्वपूर्ण है लेकिन यह विशेष है. हमने किसी न किसी रूप में हजारों वर्षों के विदेशी शासन के बाद अपनी 75 वर्षों की स्वतंत्रता की उल्लेखनीय यात्रा का जश्न मनाया. यह सिर्फ लोकतंत्र का ही नहीं बल्कि विविधता का भी उत्सव था. अमेरिका की स्थापना एक समान दृष्टिकोण वाले लोगों से प्रेरित थी. अपने पूरे इतिहास में, आप दुनिया भर के लोगों को गले लगाते हैं और आपने उन्हें अमेरिकी सपने में समान भागीदार बनाया है. यहां लाखों लोग हैं जिनकी जड़ें भारत में हैं, उनमें से कुछ इस कक्ष में गर्व से बैठे हैं और एक मेरे पीछे है.
पीएम मोदी ने भारत की उपलब्धियों को गिनाया
अमेरिकी कांग्रेस की संयुक्त बैठक को संबोधित करते हुए उन्होंने आगे कहा कि हम दुनिया की आबादी का छठा हिस्सा हैं. पिछली शताब्दी में जब भारत ने अपनी स्वतंत्रता हासिल की तो इसने कई अन्य देशों को औपनिवेशिक शासन से खुद को मुक्त करने के लिए प्रेरित किया. इस सदी में जब भारत बेंचमार्क स्थापित करेगा और विकास करेगा तो यह कई अन्य देशों को भी ऐसा करने के लिए प्रेरित करेगा. हमारा विजन है सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास. आज डिजिटल परफोरेंस गोपनीयता की रक्षा करते हुए लोगों के अधिकारों और सम्मान को सशक्त बना रही है. पिछले नौ वर्षों में एक अरब लोगों को उनके बैंक खातों और मोबाइल फोन से जुड़ी एक अद्वितीय डिजिटल बायोमेट्रिक पहचान मिली है. यह डिजिटल सार्वजनिक बुनियादी ढांचा हमें वित्तीय सहायता के साथ सेकंड के भीतर नागरिकों तक पहुंचने में मदद कर रहा है. 850 मिलियन लोगों को उनके खातों में सीधा वित्तीय हस्तांतरण प्राप्त होता है. वर्ष में तीन बार एक बटन के क्लिक पर 100 मिलियन से अधिक किसानों को उनके बैंक खातों में सहायता प्राप्त हुई. ऐसे हस्तांतरण का मूल्य 320 बिलियन डॉलर से अधिक रहा है.
इसके अलावा पीएम मोदी ने कहा कि लोकतंत्र वह विचार है जो बहस और चर्चा का स्वागत करता है. लोकतंत्र एक संस्कृति है जो विचार और अभिव्यक्ति को पंख देती है. भारत को लोकतांत्रिक भावना के विकास में अनादि काल से ऐसे मूल्यों का सौभाग्य प्राप्त है. भारत लोकतंत्र की जननी है…अब अमेरिका सबसे पुराना और भारत सबसे बड़ा लोकतंत्र है. हमारी साझेदारी लोकतंत्र के भविष्य के लिए शुभ संकेत है. हमारे पास 2,500 से अधिक राजनीतिक दल हैं. भारत के विभिन्न राज्यों में लगभग 20 अलग-अलग पार्टियाँ शासन करती हैं. हमारी 22 आधिकारिक भाषाएं और हजारों बोलियां हैं, फिर भी हम एक स्वर में बोलते हैं. भारत में विविधता जीवन जीने का एक स्वाभाविक तरीका है. आज दुनिया, भारत के बारे में अधिक से अधिक जानना चाहती है. मैं इस सदन में भी वह जिज्ञासा देख सकता हूं. पिछले दशक में भारत में अमेरिकी कांग्रेस के 100 से अधिक सदस्यों का स्वागत करके हम सम्मानित महसूस कर रहे हैं. भारत के विकास, लोकतंत्र और विविधता को हर कोई समझना चाहता है. हर कोई जानना चाहता है कि भारत क्या कर रहा है और कैसे कर रहा है?
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