हरियाणा के नूंह में आज फिर तनावपूर्ण माहौल देखने को मिल रहा है. विश्व हिंदू परिषद ने आज भी ब्रजमंडल जलाभिषेक यात्रा (शोभा यात्रा) निकालने का ऐलान किया है. लेकिन जिला प्रशासन ने अनुमति देने से इनकार कर दिया है. वीएचपी ने दावा किया कि हमें धार्मिक आयोजन करने के लिए किसी की इजाजत की जरूरत नहीं है. जिससे स्थिति तनावपूर्ण हो गई है और इस वजह से फिर से हिंसा भड़कने की आशंका है.
Advertisement
Advertisement
नूंह और पलवल में धारा 144 लागू
इस बीच जिला प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था मजबूत कर दी है. नूंह और पलवल में धारा 144 लागू कर दी गई है. पड़ोसी जिलों जैसे गुरूग्राम, रेवाडी, फ़रीदाबाद आदि में भी अलर्ट घोषित कर दिया गया है. नूंह की सभी सीमाएं सील कर दी गई हैं ताकि कोई बाहरी व्यक्ति यहां न आ सके.
#WATCH हमने किसी भी प्रकार की यात्रा या समूह आंदोलन करने की अनुमति नहीं दी है…इंटरनेट सेवा निलंबित है…जांच चल रही है, 250 से अधिक आरोपियों की पहचान की गई है और उन्हें गिरफ्तार किया गया है। चार एसआईटी तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर जांच कर रही है…जो भी सोशल मीडिया के जरिए… https://t.co/zzgDAVYgBN pic.twitter.com/GkvkVsU3BF
— ANI_HindiNews (@AHindinews) August 28, 2023
सीएम खट्टर ने की ये अपील
वहीं, हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर ने लोगों से अपील की है कि वे सावन के आखिरी सोमवार को भगवान भोलेनाथ के मंदिर जाकर पूजा-अर्चना और जलाभिषेक आदि करें. कानून व्यवस्था बनाए रखना सभी की जिम्मेदारी है. कोई भी व्यक्ति ऐसा कोई कार्य नहीं करेगा जिससे कानून एवं व्यवस्था में बाधा उत्पन्न हो तथा जनता को कठिनाई हो.
पुलिस की 10 कंपनियां और अर्धसैनिक बलों की 20 कंपनियां तैनात
विश्व हिंदू परिषद की ओर से आज फिर नूंह में ब्रजमंडल जलाभिषेक यात्रा निकालने के ऐलान को लेकर जिला प्रशासन एक्शन मोड में आ गया है. पहले से ही पुलिस की 10 कंपनियां और अर्धसैनिक बलों की 20 कंपनियां तैनात हैं. दो हजार अतिरिक्त पुलिसकर्मी भी तैनात किये गये हैं. सभी नाकों पर पुलिस की रैपिड एक्शन फोर्स और महिला दस्ता तैनात किया गया है. अन्य जिलों में भी शांति बनाए रखने की अपील की गई है और नूंह से लगी सीमाओं को सील कर दिया गया है.
गौरतलब है कि 31 जुलाई को नूंह में ब्रजमंडल यात्रा निकाली गई थी. यात्रा नूंह के नल्हेश्वर मंदिर से शुरू हुई और फिरोजपुर ज़िरका से होते हुए पुन्हा उपमंडल के सिंगार गांव में शिव मंदिर पर समाप्त होनी थी. लेकिन उससे पहले ही यात्रा के दौरान हिंसा भड़क गई थी.
वर्दी में वीडियो और रील न बनाएं, सेना के जवानों को दिया गया आदेश, अनदेखी पर होगी सख्त कार्रवाई
Advertisement