मणिपुर से एक बार फिर हिंसा की खबर आ रही है. गोलीबारी में गोली लगने से दो लोगों की मौत के बाद हालात और भी खराब हो गए, लोग रास्ते पर उतर आए और विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया. भीड़ को तितर-बितर करने के लिए सुरक्षा बलों को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी. कल शाम इम्फाल में भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े थे.
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सुरक्षाकर्मियों के साथ मुठभेड़ में दो संदिग्ध दंगाई मारे गये
कांगपोकपी जिले में गोलीबारी में मारे गए एक व्यक्ति का शव इंफाल में पारंपरिक ताबूत में रखा गया था. अधिकारियों ने कहा कि प्रदर्शनकारी एकत्र हुए और भीड़ ने मुख्यमंत्री आवास तक ताबूत के साथ जुलूस निकालने की धमकी दी, इस बीच बीजेपी दफ्तर पर भी हमला किया. मणिपुर के कांगपोकपी जिले के हरोथेल गांव में कल सुबह सुरक्षाकर्मियों के साथ मुठभेड़ में दो संदिग्ध दंगाई मारे गए थे और पांच अन्य घायल हो गए थे. अधिकारियों ने कहा कि घटना के बाद बड़ी संख्या में लोगों की भीड़ जमा हो गई और शव को जुलूस के रूप में इंफाल में मुख्यमंत्री आवास तक ले जाने की कोशिश की, पुलिस ने जब उन्हें रोका तो लोग हिंसा पर उतर गए. हालात को काबू में करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज और आंसू गैस के गोले दागने पड़े.
राहुल गांधी के आगमन पर विवाद
कांग्रेस नेता राहुल गांधी भी हिंसाग्रस्त मणिपुर के दो दिवसीय दौरे पर हैं. राहुल गांधी ने हिंसा प्रभावित मणिपुर के चुराचांदपुर में राहत शिविरों का दौरा किया और लोगों से मुलाकात की. उनके इस दौरे को लेकर सियासत तेज हो गई है. भाजपा जहां उनको दौरे को राजनीतिक एजेंडा बता रही है वहीं शिवसेना उद्धव ठाकरे ग्रुप ने राहुल गांधी से सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल को मणिपुर ले जाने की मांग की है. मणिपुर में पिछले दो महीने से जारी हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही है. राज्य और केंद्र सरकार की ओर से लगातार शांति की अपील की जा रही है. इस बीच विभिन्न राजनीतिक दलों के नेता भी मणिपुर का दौरा कर रहे हैं.
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