प्रधानमंत्री मोदी ने शनिवार को अहमदाबाद में इंडियन एसोसिएशन ऑफ फिजियोथेरेपिस्ट के 60वें राष्ट्रीय सम्मेलन के उद्घाटन समारोह को संबोधित किया. इस दौरान पीएम मोदी ने सभी फिजियोथेरेपिस्ट को शुभकामनाएं दीं. उन्होंने कहा कि सबसे अच्छा फिजियोथेरेपिस्ट वही है, जिसकी मरीज को बार-बार जरूरत न पड़े, इतना ही नहीं पीएम ने इस काम से जुड़े लोगों को आशा का प्रतीक भी बताया.
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इंडियन एसोसिएशन ऑफ फिजियोथेरेपिस्ट्स के 60वें राष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन करने के बाद पीएम मोदी ने समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि इंडियन एसोसिएशन ऑफ फिजियोथेरेपिस्ट की 60वीं नेशनल कांफ्रेंस के लिए आप सभी को शुभकामनाएं. मुझे खुशी है कि मेडिकल फील्ड के इतने प्रोफेसर एक साथ जुट रहे हैं. कोई चोट, दर्द, युवा, खिलाड़ी, बुर्जुग हो या फिर फिटनेस के मुरीद हो फिजियोथेरेपिस्ट हर परिस्थिति हर उम्र के लोगों के सहयोगी बनकर उनकी तकलीफ दूर करते हैं. आप मुश्किम समय में सिम्बल ऑफ हॉप बनते हैं.
उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने आगे कहा कि जब कोई व्यक्ति अचानक चोटिल होता है तो उसके लिए यह सिर्फ फिजिकल ट्रॉमा नहीं होता बल्कि यह एक मेंटल ट्रॉमा भी होता है. ऐसे समय में फिजियोथेरेपिस्ट केवल उसका इलाज नहीं करते बल्कि उसे हौसला भी देते हैं. अकसर मुझे भी आपके प्रोफेशन और आपके प्रोफेशनलिज्म से काफी प्रेरणा मिलती है. हमारे देश के गरीबों को एक सपोर्ट की जरूरत थी, बैंक खाता खुलवाना हो, शौचालय बनवाना हो या लोगों तक नल का जल पहुंचाना हो हमने ऐसे कितने ही अभियानों से लोगों को सपोर्ट किया है.
इसके अलावा उन्होंने कहा कि आयुष्मान भारत योजना हो या फिर सरकार की सोशल सिक्योरिटी स्कीम के तहत देश में एक मजबूत सोशल सिक्योरिटी नेट तैयार हुआ है. आज इससे देश का गरीब और देश का मध्यम वर्ग बड़े सपने देख सकता और उसे पूरा करने का साहस जुटा पा रहा है. अच्छा फिजियोथेरेपिस्ट वही है जिसकी ज़रूरत बार-बार मरीज को न हो. हम कह सकते हैं कि लोगों को सेल्फ रेजिलियन बनाना यही अपना गोल है. आज जब भारत आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ रहा है तो आपके प्रोफेशन के लोग आसानी से यह समझ सकते हैं कि यह हमारे देश के भविष्य के लिए महत्वपूर्ण क्यों है.
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