दिल्ली: लोकसभा में केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ लाए गए विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा का आज आखिरी दिन है. आज चर्चा के दौरान कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने मोदी सरकार को घेरते हुए ऐसा कुछ कह दिया जिसकी वजह से सत्ता पक्ष के सांसदों ने हंगामा शुरू कर दिया. दरअसल, अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि जहां राजा अंधा वहां द्रौपदी का चीरहरण… हालांकि चौधरी ने इस दौरान किसी का नाम नहीं लिया था. लेकिन उनके इस बयान को मणिपुर से जोड़कर देखा जा रहा है.
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अधीर रंजन के इस बयान पर भाजपा सांसदों ने हंगामा कर दिया, जिसके बाद संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि प्रधानमंत्री एक हाई अथॉरिटी हैं. इसे ख़त्म किया जाना चाहिए और उन्हें माफ़ी मांगनी चाहिए. प्रधानमंत्री के खिलाफ निराधार आरोप स्वीकार नहीं किया जा सकता. उसके बाद लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा, “इसे रिकॉर्ड से बाहर कर दिया गया है.”
कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने लोकसभा में आगे बोलते हुए कहा कि अविश्वास प्रस्ताव की ताकत आज प्रधानमंत्री को संसद में ले आई है. हममें से कोई भी इस अविश्वास प्रस्ताव के बारे में नहीं सोच रहा था. हम तो यही मांग कर रहे थे कि पीएम मोदी संसद में आएं और मणिपुर मुद्दे पर बोलें. हम किसी भाजपा सदस्य को संसद में आने की मांग नहीं कर रहे थे, हम सिर्फ अपने प्रधानमंत्री के आने की मांग कर रहे थे.
भाजपा सांसद लॉकेट चटर्जी ने विपक्ष पर पलटवार करते हुए कहा कि पश्चिम बंगाल पंचायत चुनाव के बाद महिलाओं पर अत्याचार करने वाले लोग लोकतंत्र की बात कर रहे हैं. इस साल के पंचायत चुनाव में 59 पार्टी कार्यकर्ताओं की मृत्यु हुई है. जब से पश्चिम बंगाल की CM ममता बनर्जी सत्ता में आई हैं तब से राज्य में महिलाओं पर अत्याचार हो रहे हैं. अपनी छवि बनाने के लिए वे पूछ रही हैं कि PM मोदी मणिपुर मुद्दे पर चुप क्यों हैं. विपक्ष राजस्थान, पश्चिम बंगाल और छत्तीसगढ़ की घटनाओं पर चुप है और मणिपुर के बारे में बात कर रहा है.
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