दिल्ली: दक्षिणी दिल्ली सीट से लगातार दो बार लोकसभा चुनाव जीतने वाले भाजपा सांसद रमेश बिधुड़ी ने बहुजन समाज पार्टी के नेता कुंवर दानिश अली को भरी लोकसभा में आतंकवादी और उग्रवादी जैसी विवादित टिप्पणी की थी, उनके इस बयान को लेकर भाजपा बैकफुट पर आ गई है. वहीं विपक्षी दल उनके इस बयान की आलोचना कर रही है. इसी बीच दानिश अली मीडिया के सामने आए और उन्होंने कहा कि अगर बिधुड़ी के खिलाफ कार्रवाई नहीं की जाती तो वह लोकसभा से इस्तीफा दे देंगे.
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मैं भरे मन से इस सदन को छोड़ने पर विचार करूंगा- दानिश अली
मीडिया से बातचीत करते हुए सांसद दानिश अली ने कहा कि मुझे यकीन है कि लोकसभा स्पीकर घटना का संज्ञान लेते हुए उचित कार्रवाई करेंगे. मैंने इस पर नोटिस दिया है क्योंकि सब चीज़ रिकॉर्ड पर है… अगर मेरे जैसे चुने हुए इंसान की स्थिति ऐसी है तो आम इंसान की क्या होगी? इसके अलावा उन्होंने कहा कि मुझे उम्मीद है कि मेरे साथ न्याय होगा और स्पीकर साहब कार्रवाई करेंगे. अगर ऐसा नहीं होता है तो मैं भरे मन से इस सदन को छोड़ने पर विचार करूंगा.
भाजपा ने जारी किया कारण बताओ नोटिस
उधर जानकारी सामने आ रही है कि इस बयान के बाद भाजपा के कई दिग्गज नेताओं ने बिधुड़ी को फटकार भी लगाई है. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक भाजपा ने बसपा सांसद दानिश अली के खिलाफ असंसदीय भाषा के इस्तेमाल के लिए पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा के निर्देश पर पार्टी सांसद रमेश बिधूड़ी को कारण बताओ नोटिस जारी किया है.
विपक्ष ने भाजपा को घेरा बिधुड़ी पर मुकदमा चलाने की मांग
रमेश बिधुड़ी द्वारा बहुजन समाज पार्टी के सांसद दानिश अली को लेकर विवादित टिप्पणी पर PDP प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने कहा कि आपने नया संसद भवन बनाया उसके साथ आपको फिनाइल भी खरीद कर ले जानी चाहिए थी. ऐसे दरिंदे, जो इस तरह की जुबान का इस्तेमाल करते हैं, उनका दिमाग और मुंह धो देते जिससे बात करने से पहले उनकी जुबान साफ हो जाती और इस तरह के शब्दों का इस्तेमाल नहीं करते. भाजपा को नए संसद भवन में अपने लोगों के लिए फिनाइल का भी इंतजाम करना चाहिए.
बिधूड़ी की विवादित टिप्पणी पर सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने भी भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि लोग केवल चेहरे से नहीं पहचाने जाते अपनी जुबान से भी पहचाने जाते हैं. भाजपा के सिर्फ एक नेता के ऐसे विचार नहीं हैं, अगर हम पुराने बयान उठाकर देखें तो बहुत सारे नेता ऐसे मिलेंगे जिन्होंने असंसदीय भाषा में टिप्पणी की है… इन पर हमेशा-हमेशा के लिए पाबंदी लगा देनी चाहिए. पूरी पाबंदी इनपर हो जिससे ये चुनाव भी न लड़ पाएं.
इस मामले को लेकर बिहार सरकार में मंत्री तेज प्रताप यादव ने कहा कि हम चाहेंगे कि सरकार उनकी सदस्यता को रद्द करे… यह निंदनीय है. यह लोग संविधान और तिरंगा को नहीं मानते, हम चाहेंगे कि इनके खिलाफ मुकदमा चले. इस तरह के शब्द प्रयोग करना लोकतंत्र के लिए घातक है.
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