तमिलनाडु के ऊर्जा मंत्री वी सेंथिल बालाजी को प्रवर्तन निदेशालय ने मंगलवार देर रात छापेमारी के बाद गिरफ्तार कर लिया है. बेचैनी की शिकायत के बाद शहर के एक सरकारी अस्पताल में सेंथिल बालाजी को इलाज के लिए भर्ती कराया गया है. उसके बाद से ही डीएमके नेताओं का अस्पताल में जमावड़ा लगा हुआ है. तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन आज सुबह उनसे मिलने अस्पताल पहुंचे थे.
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तमिलनाडु के पशुपालन मंत्री अनीता आर. राधाकृष्णन, समाज कल्याण और महिला अधिकारिता मंत्री पी. गीता जीवन, आदि द्रविड़ कल्याण मंत्री एन. कायलविझी, कानून मंत्री रघुपति, तमिलनाडु के वित्त मंत्री थंगम थेनारासु, खेल मंत्री उधयनिधि स्टालिन और स्वास्थ्य मंत्रीएमए. सुब्रमण्यम, उच्च शिक्षा मंत्री पोनमुडी और शिक्षा मंत्री अंबिल महेश पोय्यामोझी तमिलनाडु के मंत्री सेंथिल बालाजी से मिलने ओमंडूरार अस्पताल पहुंचे. ED के अधिकारियों ने उन्हें मनी लॉन्ड्रिंग के एक मामले में हिरासत में लिया था जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
इस मौके पर तमिलनाडु के शिक्षा मंत्री पोनमुडी ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि यह बदला लेने वाली कार्रवाई है. हम सारी चीज़ों का सामना करेंगे. केंद्र सरकार गैर भाजपा राज्यों में गलत काम कर रही है. उन्होंने पश्चिम बंगाल, कर्नाटक, दिल्ली में यह किया और अब यह तमिलनाडु में कर रही है. हम इसका सामना करेंगे.
वहीं इस मामले को लेकर कानून मंत्री एस रघुपति ने कहा कि सेंथिल बालाजी को निशाना बनाया गया और प्रताड़ित किया गया है. ईडी उनसे 24 घंटे लगातार पूछताछ करता रहा, यह पूरी तरह मानवाधिकार के खिलाफ है. उन्हें (ईडी) लोगों और अदालत को जवाब देना होगा. इस कार्रवाई के बाद मोदी सरकार पर हमला बोले हुए खेल मंत्री उदयनिधि स्टालिन ने कहा कि सेंथिल बालाजी का इलाज चल रहा है. हम इससे कानूनी तौर पर निपटेंगे. हम भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार की धमकी भरी राजनीति से डरने वाले नहीं हैं.
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