दिल्ली: केंद्र की मोदी सरकार के 9 साल पुरे होने पर जहां भाजपा लोगों के बीच जाकर उनके बीच सरकार के उपलब्धियों को गिना रही है. वहीं दूसरी ओर कांग्रेस ने एक बुकलेट ‘9 साल, 9 सवाल’ जारी कर अडानी मामले की जांच, किसानों की आय दोगुनी करने, महंगाई और बेरोजगारी जैसे मुद्दों को लेकर सवाल पूछा है. विदेश नीति के 9 साल पुरे होने पर आज एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए विदेश मंत्री एस जयशंकर ने राहुल गांधी पर जमकर निशाना साधा है.
Advertisement
Advertisement
अमेरिका में राहुल गांधी के हालिया बयान पर पलटवार करते हुए विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने कहा कि उनकी(राहुल गांधी) आदत है कि जब वो बाहर जाते हैं तो वे देश की आलोचना करते हैं, हमारी राजनीति के बारे में टिप्पणी करते हैं. दुनिया देख रही है कि इस देश में चुनाव होते हैं और चुनाव में कभी एक पार्टी जीतती है, कभी दूसरी पार्टी. अगर देश में लोकतंत्र नहीं है तो ऐसा परिवर्तन तो नहीं आना चाहिए…हमें पता है कि 2024 के चुनाव का नतीजा तो वही होगा.
रूस-यूक्रेन युद्ध से भारत-रूस के संबंध पर पड़े प्रभाव को लेकर विदेश मंत्री ने कहा कि रूस यूक्रेन के युद्ध का अलग-अलग देशों पर अलग प्रभाव है. अब रूस और चीन या और किसी देश पर इसका क्या प्रभाव पड़ेगा वह वे खुद तय करेंगे. 1955 के बाद से विश्व में बहुत कुछ हुआ लेकिन हमारा और रूस का रिश्ता स्थिर रहा है क्योंकि दोनों देश यह समझते हैं कि दोनों बड़े यूरेशियन देश है और पूरे यूरेशिया की स्थिरता हमारे रिश्तों पर निर्भर है.
इसके अलावा उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा कि पिछले कुछ समय से छात्रों का यह मामला आ रहा है, जिन्हें कनाडाई कहते हैं कि वे उस कॉलेज में नहीं पढ़े, जिसमें उन्हें होना चाहिए था और जब उन्होंने वर्क परमिट के लिए आवेदन किया, तो वे मुश्किल में पड़ गए. शुरू से ही हमने इस मामले को उठाया है और हमारा कहना है कि छात्रों ने नेक नीयत से पढ़ाई की, अगर उन्हें गुमराह करने वाले लोग हैं तो दोषी पक्षों के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए. नेक नीयत से पढ़ाई करने वाले छात्र को सजा देना अनुचित है. मुझे लगता है कि कनाडाई भी स्वीकार करते हैं कि अगर किसी छात्र ने कोई गलती नहीं की है तो यह अनुचित होगा.
‘नाथूराम गोडसे देशभक्त, राहुल सिर्फ नाम के गांधी’: उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री का विवादित बयान
Advertisement