दिल्ली में जी-20 शिखर सम्मेलन शुरू होने में बस कुछ ही घंटे बचे हैं, जी-20 रात्रिभोज में कैबिनेट मंत्री, विदेशी प्रतिनिधि सांसद और मंत्री समेत देश के कुछ पूर्व वरिष्ठ नेता भी शामिल होंगे. वहीं कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को इस रात्रिभोज में आमंत्रित नहीं किया गया है. इसके साथ ही सोनिया गांधी को भी निमंत्रण नहीं भेजा गया है. मोदी सरकार के इस फैसले को लेकर कांग्रेसी नेता नाराज नजर आ रहे हैं और इसे लोकतंत्र पर हमला करार दे रहे हैं.
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पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को रात्रि भोज का निमंत्रण
इससे पहले बुधवार को कांग्रेस के एक सूत्र ने कहा था कि राष्ट्रपति द्वारा आयोजित रात्रिभोज में कुछ केंद्रीय मंत्रियों और मुख्यमंत्रियों को आमंत्रित किया गया है लेकिन खड़गे को आमंत्रित नहीं किया गया है. उन्होंने आगे कहा कि रात्रिभोज के लिए पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को निमंत्रण भेजा गया है. इस साल भारत की अध्यक्षता में जी-20 शिखर सम्मेलन कल से दो दिनों के लिए दिल्ली में आयोजित किया जा रहा है.
G20 शिखर सम्मेलन के रात्रिभोज का निमंत्रण राज्यसभा के नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन को नहीं मिलने पर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि यह दुर्भाग्यजनक बात है, असहमति का सम्मान होना चाहिए. लोकतंत्र में विपक्ष की महत्वपूर्ण भूमिका रहती है. ऐसे में विपक्ष को नहीं बुलाना सीधे-सीधे लोकतंत्र पर हमला है.
वहीं केंद्र के इस फैसले पर राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि इसमें विरोधाभास क्या है? उन्होंने विपक्ष के नेता को आमंत्रित नहीं करने का फैसला किया है. यह आपको कुछ बताता है, यह आपको बताता है कि वे भारत की 60% आबादी के नेता को महत्व नहीं देते हैं. यह कुछ ऐसा है जिसके बारे में लोगों को सोचना चाहिए, उन्हें ऐसा करने की आवश्यकता क्यों महसूस हो रही है और इसके पीछे किस प्रकार की सोच है.
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