दिल्ली: मणिपुर में एक समुदाय की दो महिलाओं को बिना कपड़ों के नग्न घुमाए जाने के बाद पूरे देश में गुस्से का माहौल है. वीडियो के सामने आने के बाद सियासत भी तेज हो गई है और विपक्ष मणिपुर मुद्दे पर प्रधानमंत्री की चुप्पी पर सवाल उठा रहा है. एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने ट्वीट कर लिखा मणिपुर से परेशान करने वाले दृश्य, विशेष रूप से महिलाओं के खिलाफ अत्याचार, जो घृणित है, को देखकर व्यथित हूं. यह एकजुट होने, अपनी आवाज उठाने और मणिपुर के लोगों के लिए न्याय की मांग करने का समय है. गृह विभाग और PMO को मणिपुर में शांति बहाल करने के लिए तुरंत आवश्यक कार्रवाई करने की जरूरत है.
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वहीं इस मामले को लेकर समाजवादी पार्टी के सांसद रामगोपाल यादव ने कहा कि मणिपुर में जो हुआ है वो बीजेपी की सरकार की वजह से हुआ है इसलिए वहां राष्ट्रपति शासन लगाया जाना चाहिए. पीएम मोदी जी भाषण तो अच्छे देते हैं लेकिन देश में क्या हो रहा है इस पर नहीं बोलेंगे.
कांग्रेस सांसद रंजीत रंजन ने भी घटना को लेकर मोदी सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि आज हमें शर्म आ रही है कि इस (मणिपुर वायरल वीडियो) पर राजनीति नहीं की जानी चाहिए लेकिन पीएम, गृह मंत्री कहां हैं और क्या कर रहे हैं? मैं पूछना चाहता हूं कि पीएम चुप क्यों हैं? उन्होंने कहा कि हम मणिपुर के लिए रोडमैप तैयार कर रहे हैं. आप कई देशों का दौरा कर रहे हैं और कह रहे हैं कि भारत में सब कुछ ठीक है. हम पूछना चाहते हैं कि क्या आप अपने सीएम से इस्तीफा मांगेंगे या नहीं?
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने संसद की कार्यवाही शुरू होने से पहले मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि हम आज मणिपुर का मुद्दा उठा रहे हैं. मैंने और अन्य पार्टियों ने भी इस विषय पर चर्चा करने के लिए नोटिस दिया है. देखना होगा कि मुद्दा उठाने दिया जाता है या नहीं. 80 दिन से वहां घटना घट रही है. प्रधानमंत्री इसपर चुप हैं, वे विभिन्न देशों से आ गए पर उनके पास मणिपुर जाने के लिए समय नहीं है. वहां रेप हो रहे हैं, प्रधानमंत्री के पास 38 पार्टियों को बुलाने का समय है पर आप वहां नहीं जा रहे हैं. राहुल गांधी के पास कोई साधन नहीं था फिर भी वे मणिपुर गए और लोगों से मिलकर आए.
कांग्रेस नेता गौरव गोगोई ने इस घटना को लेकर कहा कि मणिपुर से जो वीडियो देखने को मिला है उसने सबके दिल को दहला दिया है. मुझे लगता है कि इस मुद्दे पर पीएम मोदी को सदन में अपना बयान देना चाहिए और उन्हें मांफी मांगनी चाहिए शायद तब मणिपुर के लोगों का थोड़ी शांति मिलें.
घटना को लेकर आप सांसद राघव चड्ढा ने कहा कि मणिपुर से एक इंसानियत को तार-तार कर देने वाला एक वीडियो सामने आया है. दुख की बात ये है कि केंद्र सरकार इस बात को स्वीकार करने के लिए तैयार नहीं कि मणिपुर जल रहा है और यहां पर सब कुछ ठीक नहीं है. मैं बीजेपी से पूछना चाहता हूं कि क्या ये हमारी 21वीं सदी का भारत है? क्या यही वो भारत है जिसके विकास की गाथा पीएम मोदी विदेश में जाकर गाते हैं? 38 दलों की बैठक हुई लेकिन 38 में एक भी नेता ने क्या पीएम मोदी से पूछा कि मणिपुर क्यों जल रहा है.
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