दिल्ली: दिल्ली सेवा विधेयक लोकसभा में पारित हो गया है. बिल पर बहस के दौरान जब अमित शाह ने विपक्ष पर हमला बोला तो विपक्ष ने सदन से वॉकआउट कर दिया. इस बीच चर्चा के दौरान केंद्रीय मंत्री मीनाक्षी लेखी का एक बयान खूब चर्चा में रहा.
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चुप रहो, नहीं तो होगी ED की छापेमारी
दरअसल, जब दिल्ली सर्विस बिल पर बहस हो रही थी तो केंद्रीय मंत्री मीनाक्षी लेखी ने बिल के पक्ष में बोलते हुए कुछ ऐसा कह दिया जिसकी वजह से हंगामा मच गया. मीनाक्षी लेखी ने विपक्ष को चेतावनी देते हुए कहा कि चुप रहो, नहीं तो प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) आपके घर तक आ सकता है.
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रवक्ता ने नाराजगी जताई
लेखी के बयान के बाद विपक्ष ने काफी नाराजगी जताई है. राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रवक्ता क्लाइड क्रैस्टो ने कहा कि लोकसभा में लेखी की “भड़काऊ धमकी” ने विपक्ष के आरोपों को सही साबित कर दिया कि सरकार केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है. उन्होंने ट्वीट किया, ”लोकसभा में बहस के दौरान मीनाक्षी लेखी द्वारा दी गई यह धमकी साबित करती है कि केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग किया जा रहा है.”
ये चेतावनी ⚠️ है या धमकी ⛔? pic.twitter.com/YjHx5d2uR8
— Srinivas BV (@srinivasiyc) August 3, 2023
कांग्रेस ने भी उठाया सवाल
मीनाक्षी लेखी के बयान पर भारतीय युवा कांग्रेस के अध्यक्ष श्रीनिवास ने भी सवाल किया कि लोकसभा में लेखी की टिप्पणी “चेतावनी” थी या “धमकी”.
टीएमसी ने कहा- ये खुली धमकी का संकेत है
तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के प्रवक्ता साकेत गोखले ने संसद में लेखी की ईडी टिप्पणियों को चौंकाने वाला बताया. उन्होंने कहा कि मंत्री अब विपक्षी नेताओं के खिलाफ ईडी का इस्तेमाल करने की “खुलेआम धमकी” दे रही हैं.
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