दिल्ली: मोदी सरकार के 9 साल पूरे होने जा रहे हैं. इस खास मौके पर गृह मंत्री अमित शाह ने आज एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए सरकार की उपलब्धियां को गिनाया. इस दौरान उन्होंने कहा कि नया संसद भवन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दूरदर्शिता का प्रमाण है कि इसे रिकॉर्ड समय में पूरा किया गया है. अमित शाह के मुताबिक उद्घाटन समारोह में एक ऐतिहासिक परंपरा पुनर्जीवित होगी. हालांकि कांग्रेस समेत कई विपक्ष दल ने उद्घाटन समारोह का बहिष्कार किया है.
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गृह मंत्री अमित शाह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए इस आयोजन से जुड़ी जानकारी देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 28 मई को संसद का नवनिर्मित भवन राष्ट्र को समर्पित करेंगे. इस नई संचरना को रिकॉर्ड समय में बनाने के लिए करीब 60,000 श्रमयोगियों ने अपना योगदान दिया है. इस अवसर पर पीएम सभी श्रमयोगियों का सम्मान भी करेंगे.
इसके अलावा उन्होंने कहा कि इस अवसर पर एक ऐतिहासिक परंपरा पुनर्जीवित होगी. इसके पीछे युगों से जुड़ी हुई एक परंपरा है. इसे तमिल में सेंगोल कहा जाता है और इसका अर्थ संपदा से संपन्न और ऐतिहासिक है. 14 अगस्त 1947 को एक अनोखी घटना हुई थी. इसके 75 साल बाद आज देश के अधिकांश नागरिकों को इसकी जानकारी नहीं है. सेंगोल ने हमारे इतिहास में एक अहम भूमिका निभाई थी. यह सेंगोल सत्ता के हस्तांतरण का प्रतीक बना था. इसकी जानकारी पीएम मोदी को मिली तो गहन जांच करवाई गई. फिर निर्णय लिया गया कि इसे देश के सामने रखना चाहिए. इसके लिए नए संसद भवन के लोकार्पण के दिन को चुना गया.
प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए गृह मंत्री अमित शाह ने आगे कहा कि सेंगोल की स्थापना के लिए संसद भवन से उपयुक्त और पवित्र स्थान कोई और हो ही नहीं सकता इसलिए जिस दिन नए संसद भवन को देश को समर्पित किया जाएगा उसी दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तमिलनाडु से आए हुए अधीनम से सेंगोल को स्वीकार करेंगे और लोकसभा अध्यक्ष के आसन के पास इसे स्थापित करेंगे.
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