दिल्ली: अडानी ग्रुप को लेकर एक बड़ा खुलासा होने से ग्रुप के मालिक गौतम अडानी एक बार फिर मुश्किल में पड़ गए हैं. पहले हिंडनबर्ग और अब ऑर्गनाइज्ड क्राइम एंड करप्शन रिपोर्टिंग प्रोजेक्ट द्वारा लगाए गए सनसनीखेज आरोपों के बाद अडानी ग्रुप की कंपनियों के शेयरों में बड़ी गिरावट देखी गई है और इस बीच अडानी ग्रुप की मार्केट कैप में बड़ी गिरावट आई है. अडानी के खिलाफ इस खुलासे के बाद कांग्रेस ने फिर से केंद्र की मोदी सरकार को घेरना शुरू कर दिया है.
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इस खुलासे के बाद कांग्रेस सांसद जयराम रमेश ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि 28 जनवरी से 28 मार्च तक कांग्रेस पार्टी ने अडानी को लेकर प्रधानमंत्री से 100 सवाल पूछे, हमें कोई जानकारी नहीं है कि अडानी की शेल कंपनियों में 20,000 करोड़ रुपए का मालिक कौन है. राहुल गांधी ने लोकसभा में अडानी के मुद्दे पर बात की और उन्हें संसद से अयोग्य घोषित कर दिया गया. यह अडानी का मुद्दा नहीं है, यह ‘मोदानी’ का मुद्दा है. असली मुद्दा प्रधानमंत्री मोदी और अडानी के बीच का रिश्ता है.
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे
कांग्रेस सांसद जयराम रमेश का कहना है कि अडानी मुद्दे पर हालिया खुलासों को लेकर राहुल गांधी आज शाम 5 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस करने वाले हैं. जयराम रमेश ने एक बार फिर अडानी को लेकर हुए खुलासे पर सरकार को घेरने की कोशिश की और सवालों की झड़ी लगा दी. हम आज भी यही सवाल पूछते हैं कि अडानी की शेल कंपनियों में 20 हजार करोड़ का मालिक कौन है? उन्होंने एक बार फिर अडानी मामले की जांच के लिए जेपीसी के गठन की मांग की.
नए खुलासे को लेकर अडानी ग्रुप ने क्या कहा?
ऑर्गनाइज्ड क्राइम एंड करप्शन रिपोर्टिंग प्रोजेक्ट द्वारा लगाए गए सनसनीखेज आरोपों के बाद अडानी ग्रुप ने बयान जारी कर कहा है कि हम इन आरोपों को खारिज करते हैं. ऐसा प्रतीत होता है कि यह जॉर्ज सोरोस समर्थित संगठनों का कदम है और यहां तक कि विदेशी मीडिया का एक वर्ग भी हिंडनबर्ग रिपोर्ट को पुनर्जीवित करने के लिए इसे हवा दे रहा है. ये दावे उस मामले पर आधारित हैं जो एक दशक पहले बंद कर दिया गया था.
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