दिल्ली: उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने ज्ञानवापी मस्जिद को लेकर कहा कि अगर इसे मस्जिद कहा जाएगा तो विवाद बढ़ जाएगा. इस बीच सीएम योगी ने यह भी सवाल उठाया कि त्रिशूल वहां क्या कर रहा है? अब AIMIM प्रमुख असदुद्दीन औवेसी ने योगी पर पलटवार किया है. उन्होंने आरोप लगाया कि सीएम योगी सांप्रदायिकता फैलाने का काम कर रहे हैं. इतना ही नहीं ओवैसी ने योगी आदित्यनाथ के बयान को असंवैधानिक और विवादास्पद करार दिया है.
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उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ज्ञानवापी मस्जिद पर दिए बयान पर AIMIM प्रमुख और सांसद असदुद्दीन औवेसी ने कहा कि मुख्यमंत्री जानते हैं कि इलाहाबाद हाईकोर्ट ASI की रिपोर्ट पर निर्णय देने वाला है इसलिए उन्होंने इस तरह का बयान दिया है. जिस जगह पर 400 साल से मस्जिद है आप उसे दबाना चाहते हैं. यह इनका सांप्रदायिकता की राजनीति है और उनका इस मामले में न्यायिक अतिरेक है.
मुस्लिम पक्ष पर दबाव बना रहे हैं योगी:ओवैसी
योगी आदित्यनाथ के ज्ञानवापी वाले बयान पर पलटवार करते हुए ओवैसी ने आगे कहा कि योगी का विवादित बयान संविधान के खिलाफ है. सीएम को कानून का पालन करना चाहिए वह मुस्लिम पक्ष पर दबाव बनाने की कोशिश कर रहे हैं. मुस्लिम पक्ष हाई कोर्ट में है और एक-दो दिन में फैसला आने की उम्मीद है. उनका बस चले तो बुलडोजर चला दें.
इस बीच, औवेसी ने कहा कि उन्हें 1991 का कानून स्वीकार करना होगा. यह उनकी चालों में से एक है. सवाल हिंदू और मुस्लिम का नहीं है. सवाल यह है कि क्या मुख्यमंत्री कानून का पालन करेंगे या नहीं? ओवैसी ने कहा कि आप 400 साल पीछे जाना चाहते हैं या देश को 100 साल आगे ले जाना चाहते हैं. ये फैसला सीएम योगी को लेना होगा. वह प्रधानमंत्री बनने का सपना देख रहे हैं. इससे पता चलता है कि वे देश को 400 साल पीछे ले जाना चाहते हैं.
पूजा स्थल कानून का जिक्र करते हुए ओवैसी ने कहा कि इसे सभी को लागू करना होगा. यूपी के मुख्यमंत्री कानून को खारिज नहीं कर सकते.
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