लखनऊ: पूरे शहर में सपा अध्यक्ष और यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को भावी प्रधानमंत्री बताने वाले पोस्टर लग गए हैं. इसी तरह का एक बड़ा पोस्टर लखनऊ में समाजवादी पार्टी के मुख्यालय के पास भी लगाया गया है. इसके साथ ही मध्य प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव में सीटों के बंटवारे को लेकर कांग्रेस और सपा के बीच दरार और बड़ी हो गई है. वहीं, बीजेपी ने इस पोस्टर पर तंज कसते हुए इसे ‘मुंगेरीलाल के हसीन सपने’ कहकर मजाक उड़ाया है.
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बीजेपी ने कहा कि सपने देखने से किसी को नहीं रोका जा सकता. लेकिन हर किसी को अपनी सीमा में रहकर दिन में सपने देखना चाहिए. इसके साथ ही गौरतलब है कि देश की संसद में प्रमुख विपक्षी दल कांग्रेस आगामी लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री पद के लिए पार्टी के उम्मीदवार के तौर पर राहुल गांधी के नाम पर पहले ही मुहर लगा चुकी है. दूसरी ओर, इंडिया गठबंधन में सहयोगी दलों में शामिल बिहार के जेडीयू नेता और राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार प्रधानमंत्री बनने के लिए उत्सुक हैं. वहीं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस नेता ममता बनर्जी भी प्रधानमंत्री पद के लिए उत्सुक हैं. फिर अचानक अखिलेश का नाम इस रेस में जुड़ने से नया विवाद खड़ा हो गया है. इंडिया गठबंधन को लोकसभा चुनाव से पहले बड़ा झटका लगने की संभावना जताई जा रही है.
बीजेपी की बात साफ है. आगामी लोकसभा चुनाव में नरेंद्र मोदी ही प्रधानमंत्री पद के प्रमुख उम्मीदवार हैं. वहीं इन पोस्टरों से कांग्रेस और सपा के बीच अब मतभेद और गहराने की आशंका है. लखनऊ में सपा मुख्यालय के पास अखिलेश यादव को भावी प्रधानमंत्री बताने वाले पोस्टर लगाए गए हैं. सपा नेता फकरुल हसन की ओर से लगाए गए इस पोस्टर में उन्होंने अखिलेश यादव को देश का भावी पीएम करार दिया है.
इस मामले को लेकर बीजेपी नेता दानिश आजाद अंसारी ने कहा कि एक कहावत है, ‘मुंगेरीलाल के हसीन सपने’. दिन में सपने देखने से किसी को भी नहीं रोका जा सकता है. लेकिन हर किसी को अपनी सीमा में रहकर ही सपने देखना चाहिए. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हमारा देश विकास के पथ पर आगे बढ़ रहा है. देश की जनता को प्रधानमंत्री मोदी पर भरोसा है और यह तय है कि देश तीसरी बार भी मोदी को ही प्रधानमंत्री पद के लिए चुनेगा.
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