40 सीटों वाले मिजोरम विधानसभा के लिए एक ही चरण में 7 नवंबर को मतदान होगा. भारतीय जनता पार्टी, कांग्रेस और सत्तारूढ़ मिज़ो नेशनल फ्रंट समेत सभी राजनीतिक दल चुनाव की तैयारियों में जुट गई है. इस बीच कांग्रेस सांसद राहुल गांधी चानमारी से राजभवन तक पदयात्रा की, उसके बाद उन्होंने आइजोल में एक जनसभा को भी संबोधित किया. इस दौरान राहुल ने मणिपुर हिंसा को लेकर केंद्र की मोदी सरकार पर जमकर वार किया.
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कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा कि कुछ महीने पहले मैं पूरे भारत में चला, कन्याकुमारी से कश्मीर तक, हम लगभग 4000 किलोमीटर चले. आज हम 2 किमी चले लेकिन जो संदेश मैं देना चाहता था वह वही है जो मैंने तब दिया था. भारत जोड़ो यात्रा का विचार एक ऐसा भारत था जो एक-दूसरे और खुद का सम्मान करता है, जो सहनशील है, जो अन्य आदर्शों, अन्य धर्मों, अन्य संस्कृतियों से सीखता है और जो समग्र रूप से खुद से प्यार करता है लेकिन इस भारत के इस विचार पर भाजपा ने हमला किया है. वे देश में नफरत और हिंसा फैलाते हैं.
मिजोरम पहुंच राहुल गांधी ने मणिपुर हिंसा का मुद्दा उठाते हुए केंद्र की मोदी सरकार पर जमकर वार किया. उन्होंने कहा कि कुछ महीने पहले मैं मणिपुर गया था. मणिपुर के विचार को भाजपा ने नष्ट कर दिया है. अब वह एक राज्य नहीं बल्कि दो राज्य हैं. लोगों की हत्याएं की गई हैं, महिलाओं से छेड़छाड़ की गई और बच्चों की हत्या कर दी गई लेकिन प्रधानमंत्री को वहां यात्रा करना महत्वपूर्ण नहीं लगा.
राहुल गांधी ने जनसभा को संबोधित करते हुए आगे कहा कि यहां चुनाव होने जा रहे हैं और मैं चाहूंगा कि आप इस पर विचार करें कि राज्य सरकार ने 5 वर्षों में क्या किया है. आने वाली पीढ़ियों में नशीली दवाएं तेजी से फैल रही हैं. जब भाजपा आपकी संस्कृति, आपके धर्म, आपकी परंपराओं पर हमला करती है तो MNF पार्टी उनका समर्थन करती है.
राजनीतिक दलों ने चुनाव आयोग को लिखा पत्र
गौरतलब है कि चुनाव आयोग की ओर से चुनाव के तारीख की घोषणा के बाद आचार संहिता लागू हो गई है. इस 40 सीटों के लिए विधानसभा चुनाव का आयोजन 7 नवंबर को किया जाएगा और 3 दिसंबर को इसके नतीजे घोषित होंगे. लेकिन मिज़ोरम में वोटों की गिनती की तारीख बदलने के लिए राज्य की सभी पार्टियों ने चुनाव आयोग को पत्र लिखा है. पत्र में कहा गया है कि मिज़ोरम के लोग रविवार की प्रार्थना के प्रति पूरी तरह समर्पित हैं. इसलिए मिजोरम में रविवार को कोई भी आधिकारिक कार्यक्रम आयोजित नहीं किया जाता है. रविवार ईसाइयों का पवित्र दिन है, इसलिए गिनती की तारीख बदलनी चाहिए.
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