नई दिल्ली: भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी आने वाले दिनों में छत्तीसगढ़ का दौरा करने वाले हैं. दरअसल, नक्सल प्रभावित इस राज्य में दो चरणों में मतदान होना है. पहले चरण में 20 सीटों के लिए 7 नवंबर को वोटिंग होगी. बाकी 70 सीटों के लिए 17 नवंबर को वोटिंग होगी. देश के अन्य 4 राज्यों की तरह यहां भी चुनाव नतीजे 3 दिसंबर को घोषित होने हैं. इसी तरह छत्तीसगढ़ में भी नतीजे 3 दिसंबर को घोषित होने वाले हैं.
Advertisement
Advertisement
इस विधानसभा चुनाव में दो प्रमुख पार्टियां कांग्रेस और बीजेपी आमने-सामने हैं. राज्य को देश का सबसे गरीब राज्य माना जाता है, प्रति व्यक्ति आय के मामले में यह राज्य सबसे निचले पायदान पर है, जो एक सच्चाई भी है. बीजेपी ने इस बार राज्य में अपनी पूरी ताकत झोंक दी है तो कांग्रेस के तमाम नेता चुनाव प्रचार में जुट गए हैं. कांग्रेस सत्ता में वापसी की कोशिशों में जुट गई है. इसके अलावा सिर्फ 3 अन्य राज्य राजस्थान, हिमाचल प्रदेश और कर्नाटक ही कांग्रेस के हाथ में हैं.
ऐसे में कांग्रेस के राहुल गांधी 28 और 29 अक्टूबर को राज्य में चुनाव प्रचार में शामिल होने वाले हैं. 28 अक्टूबर को वे कांकेत, राजनांदगांव और भानुप्रतापपुर में चुनावी सभाओं को संबोधित करेंगे. इसके अलावा वह 29 को कवर्धामा में चुनावी सभा को संबोधित करेंगे. यहां एसटी आरक्षित सीट से कांग्रेस के शंकर धु्रव को पार्टी ने चुनावी मैदान में उतारा है.
भानुप्रतापपुर की एसटी सीट पर भी राहुल पार्टी के पक्ष में माहौल बनाने की कोशिश करेंगे. यहां से कांग्रेस की सवित्री मांडवी खड़ी हैं. जबकि भूपेश बघेल ने कैबिनेट में एकमात्र मुस्लिम मंत्री मोहम्मद अकबर को कांग्रेस ने मैदान में उतारा है. बीजेपी नेता और असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा ने अपने भाषण में उनके खिलाफ विवादित टिप्पणी करते हुए कहा था कि पहले देश में केवल एक अकबर था लेकिन अब कई अकबर पैदा हो गए हैं. चुनाव आयोग ने हिमंत बिस्वान को कारण बताओ नोटिस जारी किया है क्योंकि यह आलोचना सांप्रदायिक आलोचना प्रतीत होती है.
फिर राजधानी दिल्ली की हवा हुई जहरीली, दिवाली से पहले प्रदूषण का स्तर 286 तक पहुंचा
Advertisement