दिल्ली: विपक्षी गठबंधन इंडिया की तीसरी बैठक में हिस्सा लेने मुंबई पहुंचे कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अडानी ग्रुप को लेकर ऑर्गनाइज्ड क्राइम एंड करप्शन रिपोर्टिंग प्रोजेक्ट के खुलासे के बाद केंद्र मोदी सरकार पर जमकर वार किया. इतना ही नहीं उन्होंने मांग करते हुए कहा कि कई देश के नेता G20 में हिस्सा लेने के लिए भारत आ रहे हैं, इसलिए केंद्र सरकार को इस अहम मामले में अपने रुख साफ करना चाहिए.
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सेबी ने गौतम अडानी को दी क्लीन चिट
अडानी समूह विवाद पर कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने मुंबई में प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा कि G20 के नेताओं के यहां आने से ठीक पहले वे पूछ रहे होंगे कि यह कौन सी विशेष कंपनी है जिसका स्वामित्व प्रधानमंत्री के करीबी सज्जन के पास है और भारत जैसी अर्थव्यवस्था में इस सज्जन को मुफ्त यात्रा क्यों दी जा रही है? जांच हुई, सेबी को सबूत दिए गए और सेबी ने गौतम अडानी को क्लीन चिट दे दी…तो साफ है कि यहां कुछ गड़बड़ है.
ये अडानी का पैसा है या किसी और का है?
इसके अलावा राहुल गांधी ने कहा कि पहला सवाल यह उठता है कि- ये किसका पैसा है? ये अडानी का पैसा है या किसी और का है? इसके पीछे के मास्टरमाइंड विनोद अडानी नामक एक सज्जन हैं जो गौतम अडानी के भाई हैं. पैसे की इस हेरा-फेरी में दो अन्य लोग भी शामिल हैं. एक सज्जन हैं जिनका नाम नासिर अली शाबान अहली है और दूसरे एक चीनी सज्जन हैं जिनका नाम चांग चुंग लिंग है. तो, दूसरा सवाल उठता है कि- इन दो विदेशी नागरिकों को उन कंपनियों में से एक के मूल्यांकन के साथ खेलने की अनुमति क्यों दी जा रही है जो लगभग सभी भारतीय बुनियादी ढांचे को नियंत्रित करती है.
पारदर्शिता जरूरी है
अडानी समूह विवाद पर कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने आगे कहा कि यह G20 का समय है और यह दुनिया में भारत की स्थिति के बारे में है. भारत जैसे देश के लिए यह बहुत महत्वपूर्ण बात है कि हमारी आर्थिक स्थिति और यहां संचालित होने वाले व्यवसायों में समान अवसर और पारदर्शिता हो, आज सुबह दो वैश्विक वित्तीय अखबारों ने एक बेहद अहम सवाल उठाया है. ये कोई रैंडम समाचार पत्र नहीं हैं. ये समाचार पत्र भारत में निवेश और शेष विश्व में भारत के बारे में धारणा को प्रभावित करते हैं…
राहुल गांधी ने की JPC जांच की मांग
राहुल गांधी ने इस पूरे मामले की JPC जांच कराने की मांग करते हुए कहा कि यह बहुत महत्वपूर्ण है कि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपना नाम साफ करें और स्पष्ट रूप से बताएं कि क्या चल रहा है. कम से कम JPC की अनुमति दी जानी चाहिए और गहन जांच होनी चाहिए. मुझे समझ नहीं आ रहा कि प्रधानमंत्री जांच क्यों नहीं करवा रहे हैं? वे चुप क्यों हैं और जो लोग ज़िम्मेदार हैं क्या उन्हें सलाखों के पीछे डाल दिया गया है? G20 नेताओं के यहां आने से ठीक पहले यह प्रधानमंत्री पर बहुत गंभीर सवाल उठा रहा है… यह महत्वपूर्ण है कि उनके (G20 नेताओं) आने से पहले इस मुद्दे को स्पष्ट किया जाए.
अडानी का मामला सामने आने पर पीएम मोदी घबरा जाते हैं
केंद्र की मोदी सरकरा ने अगले महीने पांच दिवसीय संसद का विशेष सत्र बुलाया है. इस मामले को लेकर कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा कि मुझे लगता है कि शायद यह थोड़ी घबराहट का सूचक है. उसी तरह की घबराहट जैसी घबराहट तब हुई थी जब मैंने संसद भवन में भाषण दिया था, घबराहट की वजह से अचानक उन्हें मेरी संसद सदस्यता रद्द करनी पड़ी थी. इसलिए मुझे लगता है कि यह घबराहट की बात है क्योंकि ये मामले प्रधानमंत्री के बहुत करीब हैं. जब भी आप अडानी का मामला छेड़ते हैं तो प्रधानमंत्री बहुत असहज और घबरा जाते हैं.
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