जयपुर: लोकसभा से पहले अगले महीने पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव होने हैं. चुनाव आयोग ने पांचों राज्यों के लिए मतदान और मतगणना की तारीखों का ऐलान कर दिया है. इस बीच राजस्थान में 200 सीटों पर 23 नवंबर को विधानसभा चुनाव होने हैं. चुनाव आयोग द्वारा तारीखों की घोषणा के बाद अब भारतीय जनता पार्टी के एक सांसद ने इन्हें बदलने की मांग की है. पाली से बीजेपी सांसद पी.पी. चौधरी ने चुनाव आयोग को एक औपचारिक पत्र भी लिखा है. इस दिन देवउठनी एकादशी का त्योहार और राज्य में 50 हजार शादियों की योजना के आधार पर उन्होंने चुनाव आयोग से सिफारिश की है कि मतदान की तारीख बदल दी जाए.
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नेता ने धार्मिक त्योहार की वजह तारीख बदलने की मांग
राजस्थान के बीजेपी सांसद ने चुनाव आयोग को पत्र लिखा है. इस पत्र में उन्होंने कहा कि मतदान के दिन देवउठनी एकादशी है, जो सांस्कृति और धार्मिक भक्ति से जुड़ा एक महान त्योहार है. इस पर्व पर लाखों श्रद्धालु स्नान करने के लिए नदी, मानसरोवर और पवित्र स्थानों पर जाते हैं. यह त्योहार पूरे देश में मनाया जाता है, लेकिन राजस्थान में इसका बहुत प्रभाव है.
प्रदेश में 50 हजार से अधिक शादियां होने से मतदान प्रतिशत घटने की संभावना
पाली से बीजेपी सांसद पी.पी. चौधरी ने एक और वजह भी बताई है. उन्होंने कहा कि बड़ी संख्या में लोगों ने उन्हें पत्र लिखकर मांग की है कि वे 2 दिन पहले या बाद में चुनाव चाहते हैं. 50 हजार शादियां प्रस्तावित होने का तर्क देते हुए सांसद ने कहा कि इस दिन 50 हजार से ज्यादा शादियां आयोजित होने वाली हैं. इसलिए ऐसा माना जाता है कि लोग विवाह समारोह में फंसे होने की वजह से मतदान नहीं करेंगे. जिसकी वजह से राज्य में वोटिंग प्रतिशत भी घटने की संभावना है. अगर चुनाल 23 नवंबर को ही होगा तो हजारों लोग अपने मताधिकार से वंचित रह जाएंगे.
चुनाव आयोग ने तारीखों का किया ऐलान
सोमवार को चुनाव आयोग ने राजस्थान समेत 5 राज्यों में विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया है. चुनाव आयोग के मुताबिक, राजस्थान की सभी 200 सीटों पर 23 नवंबर को वोटिंग होगी. वहीं, चुनाव नतीजे 3 दिसंबर को घोषित किए जाएंगे. तारीखों का ऐलान होते ही राज्य में आचार संहिता लागू हो गई है. राजस्थान में जोर-शोर से चुनाव प्रचार किया जा रहा है. बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही जनादेश पाने के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगा रहे हैं. विपक्ष में बैठी बीजेपी इस बार काफी पहले से तैयारी में जुट गई थी, इतना ही नहीं पीएम मोदी लगातार राज्य का दौरा कर पार्टी के पक्ष में माहौल बनाने की कोशिश कर रहे थे.
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