दिल्ली: लोकसभा चुनाव से पहले पंजाब में अपना आधार मजबूत करने के इरादे से बीजेपी ने बड़ा दांव खेला था. कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए सुनील जाखड़ को पंजाब का प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया था. लेकिन जानकारी सामने आ रही है कि बीजेपी का ये दांव गलत साबित हुआ है. पार्टी में उनके खिलाफ विरोध के स्वर उठने लगे हैं.
Advertisement
Advertisement
एक साथ 8 नेताओं ने बीजेपी से नाता तोड़ा
जानकारी के मुताबिक एक दिन पहले आठ नेता बीजेपी छोड़कर कांग्रेस में शामिल हो गए हैं. अब इस घटनाक्रम से बगावत और असंतोष के साफ संकेत मिल रहे हैं. लोकसभा चुनाव से पहले आठ वरिष्ठ नेताओं का पार्टी से जाना बीजेपी के लिए बड़ा झटका है.
किसने छोड़ी पार्टी?
विधानसभा चुनाव के बाद भाजपा में शामिल हुए पूर्व कैबिनेट मंत्री बलबीर सिद्धू, गुरप्रीत कांगड़, पूर्व विधायक राजकुमार वेरका, मोहिंदर रिणवा, हंसराज जोशान, जीत मोहिंदर सिद्धू, कमलजीत ढिल्लों, अमरीक सिंह ढिल्लों भाजपा छोड़कर एक बार फिर से कांग्रेस में शामिल हो गए हैं. इन नेताओं ने पार्टी छोड़ने के बाद भाजपा पर भेदभाव और जातिवाद का संगीन आरोप लगाया है.
जाखड़ को अध्यक्ष बनाने पर शुरू हुआ विद्रोह
सुनील जाखड़ को अध्यक्ष बनाए जाने के बाद से ही पार्टी में बगावत शुरू हो गई थी. बीजेपी के पूर्व विधायक अरुण नारंग ने नाराजगी जताते हुए पार्टी छोड़ दी थी. उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा था कि अनुभवी लोगों को नजरअंदाज कर जाखड़ को पार्टी की कमान क्यों सौंपी गई. पंजाब बीजेपी ने कुछ दिन पहले पंजाब में नई कार्यकारिणी बनाई थी. इसका भी विरोध हुआ था.
कैप्टन अमरिंदर फिर चर्चा में आए
बीजेपी छोड़ने वाले ये 8 दिग्गज नेता पूर्व सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह के समर्थक माने जाते हैं. अब राजनीतिक गलियारे में यह चर्चा शुरू हो गई है कि क्या कैप्टन अमरिंदर सिंह कांग्रेस में घर वापसी करने जा रहे हैं. हाल ही में उन्होंने सोनिया गांधी से मुलाकात की थी. इसके बाद से ही ऐसी अटकलें लगाई जा रही हैं. हालांकि, अमरिंदर पहले ही कह चुके हैं कि मैंने हमेशा के लिए मन बना लिया है कि मैं बीजेपी में ही रहूंगा.
CM शिवराज का बड़ा हमला, बोले- कांग्रेस ने हमेशा आदिवासियों का अपमान किया है
Advertisement