पंजाब: अमृतसर के अजनाला थाने के बाहर ‘वारिस पंजाब दे’ के प्रमुख अमृतपाल सिंह के समर्थकों ने तलवारों और बंदूक लेकर जमकर हंगामा किया. अमृतपाल सिंह के करीबी सहयोगी तूफान सिंह की गिरफ्तारी के विरोध में पुलिस स्टेशन के बाहर उसके हजारों समर्थक इकट्ठा हुए और जमकर बवाल काटा. पुलिस ने उग्र भीड़ को रोकने के लिए बैरीकेड लगाए थे, लेकिन ये उन्हें तोड़कर अंदर घुस गए, हमले में कई पुलिसकर्मियों के घायल होने की जानकारी सामने आ रही है.
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‘वारिस पंजाब दे’ के प्रमुख अमृतपाल सिंह ने पुलिस को धमकी देते हुए कहा कि सिर्फ एक राजनीतिक मकसद से FIR दर्ज की गई है. अगर वे एक घंटे में मामले को रद्द नहीं करते हैं, तो आगे जो कुछ भी होगा उसके लिए प्रशासन जिम्मेदार होगा. उन्हें लगता है कि हम कुछ नहीं कर सकते, इसलिए ये शक्ति प्रदर्शन जरूरी था.
अमृतसर में मीडिया से बातचीत करते हुए अमृतपाल सिंह ने कहा कि पुलिस कर्मियों के घायल होने की झूठी खबर फैलाई जा रही है. सच तो यह है कि वह गिरने के बाद घायल हुए. वास्तव में हमारे 10-12 लोगों को चोटें आई हैं. 24 घंटे के भीतर तूफान सिंह को रिहा किया जाना चाहिए. हम 24 घंटे भी इंतजार नहीं करेंगे.
तूफान को क्यों गिरफ्तार किया गया?
यह आरोप लगाया गया है कि तुफान सहित कुछ लोगों ने अमृतपाल के खिलाफ सोशल मीडिया पर टिप्पणी करने वाले एक युवक का अपहरण कर लिया था. उसके बाद उसकी जमकर पिटाई भी की गई थी. इसी मामले में तुफान सिंह को गिरफ्तार किया गया है.
कौन है अमृतपाल सिंह?
अमृतपाल सिंह का जन्म 1993 में अमृतसर के जलुपुर खेड़ा में हुआ था. कक्षा 12 तक अध्ययन करने के बाद उसका पूरा परिवार 2012 में दुबई के लिए रवाना हो गया था. वह पिछले साल फरवरी में दीप सिद्धू की मौत के बाद से ‘वरिस पंजाब दिवस’ संगठन का नेतृत्व कर रहा है. अमृतपाल सिंह ने हाल ही में गृह मंत्री अमित शाह को धमकी दी थी, उसने कहा कि इंदिरा गांधी ने भी हमें दबाने की कोशिश की थी, उनका क्या हुआ?
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