लोकसभा सदस्यता खत्म होने के बाद भी राहुल गांधी अडानी मामले को लेकर केंद्र की मोदी सरकार पर हमलावर हैं. राहुल गांधी ने कर्नाटक विधानसभा चुनाव में भी अडानी का मुद्दा उठाते हुए कहा कि मोदी सरकार मेरे सवालों से डरकर मुझे अयोग्य घोषित कर दिया लेकिन मुझे फर्क नहीं पड़ता जबतक सरकार जवाब नहीं देगी में इस मुद्दे को लेकर बोलता रहूंगा.
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कर्नाटक के कोलार में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि कर्नाटक में BJP सरकार ने क्या काम किया? उन्होंने 40% कमीशन खाया, काम करवाने के लिए BJP की सरकार ने कर्नाटक के लोगों से पैसा चोरी किया. जो भी उन्होंने किया उन्होंने 40% कमीशन लिया. यह मैं नहीं कह रहा, ठेकेदार संघ ने प्रधानमंत्री को खत लिखकर यह बात कही है. लेकिन प्रधानमंत्री ने इस खत का जवाब नहीं दिया. खत का जवाब न देने का मतलब है कि प्रधानमंत्री ने यह बात मान ली है कि कर्नाटक में 40% कमीशन लिया जाता है.
इसके अलावा कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अडानी मुद्दे को उठाते हुए कहा कि प्रधानमंत्री जी अगर आप हज़ारों करोड़ रुपए अडानी को दे सकते हैं तो हम गरीबों, महिलाओं, युवाओं को पैसा दे सकते हैं. आपने दिल भर के अडानी की मदद की हम दिल भर के कर्नाटक के लोगों की मदद करेंगे. मैंने संसद में पूछा कि अडानी की शेल कंपनी में 20,000 करोड़ रुपए किस के हैं? उसके बाद भारत के इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ कि सरकार ने संसद नहीं चलने दी. आमतौर पर विपक्ष संसद को रोकती है लेकिन पहली बार सरकार के मंत्रियों ने संसद को रोका.
लोकसभा सदस्यता छिनने के मामले को लेकर राहुल गांधी ने कहा कि यह (भाजपा) सोचती है कि मुझे संसद से हटाकर, धमकाकर, डरा देंगे. मैं इनसे नहीं डरता. मैं फिर दौराता हूं कि प्रधानमंत्री जी यह 20,000 करोड़ रुपए अडानी की शेल कंपनी में किस के हैं? जब तक इसका जवाब नहीं मिलेगा मैं तब तक नहीं रुकुंगा. मुझे अयोग्य घोषित कर दो, जेल में डाल दो कुछ भी कर दो मुझे फर्क नहीं पड़ता. अडानी की डिफेंस इंन्फ्रास्ट्रक्चर की कंपनी में चीन का डायरेक्टर बैठा है. अडानी की शेल कंपनी में चीन का डायरेक्टर है. इसमें कोई जांच नहीं हो रही है. इसके बाद वह ध्यान भटकाने की बात करते हैं.
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