गांधीनगर: गुजरात विधानसभा चुनाव से पहले एक बड़ा राजनीतिक घटनाक्रम देखने को मिला. सूरत पूर्व से आम आदमी पार्टी की उम्मीदवार कंचन जरीवाला ने अपना नामांकन वापस ले लिया है. कंचन जरीवाला ने स्पष्ट किया कि बीजेपी ने उन पर नामांकन वापस लेने का दबाव नहीं बनाया था. आम आदमी पार्टी के कई नेताओं ने बीजेपी पर जरीवाला के अपहरण का आरोप लगाया था.
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कंचन जरीवाला ने क्या कहा?
कंचन जरीवाला ने आरोपों पर कहा, जब मैं फॉर्म भरकर अपने समुदाय में गया तो लोगों ने कहा कि हम आपका समर्थन नहीं करेंगे, क्योंकि आप आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार हैं. मेरे समाज के लोगों ने कहा कि आप देशद्रोही पार्टी के उम्मीदवार हैं, यह सब सुनकर मैं मानसिक तनाव में आ गया था. उसके बाद मैंने अपना नामांकन वापस लेने का फैसला किया.
क्या है पूरा मामला
आम आदमी पार्टी के सांसद और गुजरात के सह प्रभारी राघव चड्ढा ने एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा, ‘लोकतंत्र की हत्या, सूरत पूर्व सीट से हमारे उम्मीदवार कंचन जरीवाला को बीजेपी ने अगवा कर लिया है. पहले भाजपा ने उनका नामांकन रद्द कराने का असफल प्रयास किया, फिर उन्हें उम्मीदवारी वापस लेने के लिए मजबूर किया गया और अब उनका अपहरण कर लिया गया है. वह कल दोपहर से लापता हैं.
कंचन जरीवाला के पर्चा वापस लेने के बाद आम आदमी पार्टी के गुजरात प्रदेश अध्यक्ष गोपाल इटालिया ने भाजपा पर हमला बोला. इटालिया ने कहा कि 100 गुंडों और 100 पुलिसकर्मियों की मौजूदगी में कंचन जरीवाला को फॉर्म वापस लेने के लिए मजबूर किया गया और प्रताड़ित किया गया. हम लीगल टीम की राय ले रहे हैं और उनके सुझाव पर आगे बढ़ेंगे.
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