त्रिपुरा विधानसभा चुनाव के लिए मतदान जारी है. त्रिपुरा में इस बार त्रिकोणीय मुकाबला देखने को मिल रहा है. सभी राजनीतिक दल जीत के लिए अपनी तरफ से पूरी कोशिश कर रही हैं. मतदान के बीच टिपरा मोथा प्रमुख प्रद्योत माणिक्य देबबर्मा के एक बयान ने सियासी पारा चढ़ा दिया है. उन्होंने दावा किया है कि वह बीजेपी के 25 से 30 विधायकों को खरीदने की योजना बना रहे हैं.
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प्रद्योत देबबर्मा ने कहा कि सत्ताधारी बीजेपी के खिलाफ सिर्फ उनकी पार्टी (टिपरा मोथा) ही लड़ रही है. उन्होंने कहा कि अगर उनकी पार्टी त्रिपुरा चुनाव में स्पष्ट बहुमत हासिल करने में विफल रही तो वह भाजपा विधायकों को “खरीदने” पर विचार कर रहे हैं. इसके अलावा उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि मतदान प्रतिशत 90% से अधिक होगा और त्रिपुरा के लोग हमें मौका देंगे. हमें पता चला है कि धनपुर और मोहनपुर में सत्तारूढ़ पार्टी द्वारा हिंसा हुई है. हमने धनपुर और मोहनपुर में हिंसा और EVM में गड़बड़ी की शिकायत की है. हमारी मांग लोगों को संवैधानिक अधिकार देने की है इसके बाद हम CM के चेहरे की बात करेंगे.
महल बेचकर खरीदेंगे विधायक – प्रद्योत देबबर्मा
चुनाव के बाद गठबंधन और खरीद-फरोख्त के बारे में पूछे जाने पर देबबर्मा ने कहा कि अगर हम यानी टिपरा मोथा को 30 से कम सीटें मिलीं तो वह अपने महल का कुछ हिस्सा बेचकर 25-30 बीजेपी विधायक खरीद लेंगे. उन्होंने कहा कि उनके पास पैसा ही पैसा है. ऐसा क्यों माना जाता है कि दूसरी पार्टियों के विधायक ही बिकाऊ होते हैं? बीजेपी के लोगों को भी खरीदा जा सकता है.
राजनीति छोड़ने का भी दिया था बयान
इससे पहले टिपरा मोथा के अध्यक्ष प्रद्योत माणिक्य देबबर्मा ने कहा था कि वह 16 फरवरी को होने वाले विधानसभा चुनाव के बाद राजनीति छोड़ देंगे और कभी भी एक राजा की तरह वोट नहीं मांगेंगे. उन्होंने कहा कि यह निश्चित है कि दो मार्च के बाद वह राजनीति में नहीं होंगे, लेकिन हमेशा अपने लोगों के साथ रहेंगे.
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