त्रिपुरा की 60 सीटों वाली विधानसभा के लिए 16 फरवरी को मतदान होगा. उससे पहले सत्ताधारी पार्टी भाजपा एक्शन मोड में आ गई है. त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक साहा लगातार डोर-टू-डोर अभियान चला रहे हैं. वहीं दूसरी तरफ भाजपा के केंद्रीय नेता भी त्रिपुरा का दौरा कर पार्टी को सत्ता में वापस लेने की कोशिश में लगे हुए हैं. इस बीच पीएम मोदी ने अगरतला के स्वामी विवेकानंद मैदान में एक जनसभा को संबोधित किया. उसके बाद उन्होंने एक रोड शो भी हिस्सा लिया.
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त्रिपुरा के अगरतला में चुनावी रैली को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि इस चुनाव में मुझे जहां भी जाने का अवसर मिला है मैंने देखा है कि फिर एक बार भाजपा की सरकार बनाने का मन त्रिपुरा के लोगों ने बना लिया है. डबल इंजन की सरकार के लिए आपका समर्थन देखकर मेरी खुशी भी डबल हो गई है. त्रिपुरा के युवाओं, माता-बहनों ने चंदा की कंपनी वालों को फिर से ‘रेड कार्ड’ दिखा दिया है. त्रिपुरा के लोगों ने ऐलान कर दिया है, उन्हें सबका साथ, सबका विकास वाली सरकार चाहिए.
पीएम ने आगे कहा कि आज भाजपा के पक्ष में माहौल इसलिए है क्योंकि त्रिपुरा के लोगों को विकास आंखों के सामने दिख रहा है. त्रिपुरा में आज कोई ऐसा परिवार नहीं है जिसकी भाजपा सरकार ने आगे बढ़कर सेवा ना की हो, विकास की पहली शर्त होती है कानून व्यवस्था का राज. वामपंथी शासन ने त्रिपुरा को विनाश के रास्ते पर धकेल दिया था. यहां जो हाल थे उसे त्रिपुरा के लोग कभी भी भूल नहीं सकते. वामपंथियों ने त्रिपुरा के लोगों को अपना गुलाम समझ लिया था.
पीएम ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि 30 साल तक वामपंथी यहां रहें, तब चुनाव के 2-3 महीने पहले हत्या जैसी खबरें आ रही थीं. वे समय था जब एक ही पार्टी के झंडे हर तरफ दिखते थे, किसी और को अनुमति नहीं थी और किसी ने झंडा लगया तो शाम को डंडा आया. हमने रेड सिग्नल हटा कर भाजपा का डबल इंजन लगाया है. वामपंथी और कांग्रेस अपनी सत्ता की भूख मिटाने के लिए कुछ भी कर सकते हैं. केरल में कांग्रेस और वामपंथी में लड़ाई चल रही है और त्रिपुरा में दोस्ती कर रहे हैं.
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