वीरमगाम में मतदान के अंतिम समय में हार्दिक पटेल के खिलाफ जमकर विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया है. वीरमगाम में पाटीदार आंदोलन का मुद्दा एक बार फिर सामने आने से हार्दिक पटेल की टेंशन अंतिम समय में बढ़ गई है.
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गुजरात विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण में कल मध्य गुजरात और उत्तर गुजरात की 93 सीटों पर मतदान होना है. अब चुनाव में कुछ ही घंटे बचे हैं, इस बीच वीरमगाम में हर जगह हार्दिक पटेल के खिलाफ पोस्टर लगाए जाने से राजनीति फिर गर्म हो गई है. वीरमगाम विधानसभा सीट से बीजेपी ने हार्दिक पटेल को अपना उम्मीदवार घोषित किया है, इस सीट पर बड़े पैमाने पर विरोध देखने को मिला है. दूसरे चरण के मतदान से पहले वीरमगाम में एक बार फिर पाटीदार आरक्षण आंदोलन का मुद्दा उठने से राजनीति गरमा गई है.
वीरमगाम में हार्दिक पटेल के खिलाफ पोस्टर
दूसरे चरण के मतदान में कुछ ही घंटे बचे हैं, वीरमगाम में हर जगह हार्दिक पटेल के खिलाफ पोस्टर देखे गए. मतदान के अंतिम समय में पाटीदार आरक्षण आंदोलन समिति के नाम से जगह-जगह पोस्टर लगाए गए हैं. पोस्टर में लिखा है ‘जो खून का नहीं हुआ वह किसी और का नहीं होगा’, ‘जो हार्दिक समाज के नहीं हुए वह वीरमगाम के क्या होंगे?’ इसके अलावा कुछ पोस्टर में लिखे गए हैं कि ‘शहीदों को नहीं नहीं तो हार्दिक को वोट नहीं’, ‘टिकट के लिए समाज के सौदागर को वोट नहीं’. इन पोस्टर की वजह से हार्दिक और भाजपा दोनों की परेशानी बढ़ गई है.
बीजेपी ने पाटीदार आरक्षण आंदोलन के नेता हार्दिक पटेल को टिकट दिया है, जबकि कांग्रेस ने लाखाभाई भारवाड़ को दोहराया है. वहीं आम आदमी पार्टी ने अमरीश ठाकोर को मैदान में उतारा है. हार्दिक पटेल के नाम की घोषणा के बाद वह वोटरों को रिझाने के लिए जी तोड़ मेहनत कर रहे हैं. उन्होंने अपने विधानसभा क्षेत्र में माहौल बनाने की कोशिश कर रहे हैं. लेकिन अब मतदान से ठीक पहले हार्दिक को बड़ा झटका लगा है.
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