दिल्ली: संसद का शीतकालीन सत्र का आगाज हो गया है इसका समापन 29 दिसंबर को होगा. सत्र शुरू होने से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि इस सत्र में देश को विकास की नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए वर्तमान वैश्विक परिस्थितियों में भारत को आगे बढ़ाने के नए अवसरों को ध्यान में रखते हुए कई महत्वपूर्ण निर्णय करने का प्रयास होगा.
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इसके अलावा उन्होंने कहा कि मुझे उम्मीद है कि सभी राजनितिक दल चर्चा को और आगे बढाएंगे, वे अपने विचारों से निर्णयों को नई ताकत देंगे, दिशा को स्पष्ट रूप से उजागर करने में मदद करेंगे. मैं सभी पार्टी के लीडर और फ्लोर लीडर से आग्रह करना चाहता हूं कि जो पहली बार सदन में आए, जो नए सांसद हैं उनके उज्जवल भविष्य की और लोकतंत्र की भावी पीढ़ी को तैयार करने के लिए हम ज़्यादा से ज़्यादा अवसर उन सभी को चर्चा का अवसर दें.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मीडिया को संबोधित करते हुए आगे कहा कि मेरी सभी सांसदों से जब भी अनौपचारिक मुलाकातें हुई है वे कहते हैं कि सदन में शोर-शराबे के बाद सदन स्थगित हो जाता है, जिससे हम सासंदों का बहुत नुकसान होता. युवा सांसदों का कहना है कि सदन न चलने के कारण हम जो सीखना चाहते हैं वो सीख नहीं पाते हैं. इसलिए सदन का चलना बेहद ज़रूरी है. ऐसा ही विपक्ष के सांसद का भी कहना है. मैं सभी दलों से आग्रह करता हूं कि इस सत्र को अधिक उत्पादक बनाने का सामूहिक प्रयास हम सभी करें.
मीडिया से बातचीत करते हुए पीएम ने आगे कहा कि आज पहली बार हमारे उपराष्ट्रपति (जगदीप धनखड़) राज्यसभा अध्यक्ष के रूप में अपना कार्यकाल शुरू करेंगे. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने जिस तरह से आदिवासी परंपराओं के साथ भारत को गौरवान्वित करने में बड़ी भूमिका निभाई, एक किसान पुत्र अध्यक्ष के रूप में आज भारत को गौरवान्वित करेंगे. वे (उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़) सांसदों को प्रेरित और प्रोत्साहित करेंगे.
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