अमेरिका के वाशिंगटन डीसी में स्थित अमेरिकी थिंक टैंक पीटरसन इंस्टीट्यूट फॉर इंटरनेशनल इकोनॉमिक्स में केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अपनी बात रखते हुए कहा कि मैं चाहती हूं कि विश्व व्यापार संगठन और अधिक प्रगतिशील हो, सभी देशों को सुने, सभी सदस्यों के प्रति निष्पक्ष हो. इसे उन देशों की आवाज़ों को सुनने के लिए और अधिक अवसर देना होगा जिनके पास कहने के लिए कुछ अलग है और न केवल सुनें बल्कि ध्यान भी दें.
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वाशिंगटन DC में PIIE के बातचीत में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आगे कहा कि इस चुनौतीपूर्ण समय में भारत का G20 का अध्यक्ष होना, भारत के लिए साबित करने और सभी देशों को ठोस मुद्दों पर एक साथ लाने की दिशा में काम करने का एक बड़ा अवसर है. मुझे लगता है कि अब समय आ गया है कि G20 के सदस्य एक साथ बैठें और इन मुद्दों को उठाएं. आज हम भारत में बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराने में संतृप्ति के करीब पहुंच रहे हैं. आज सरकार का दृष्टिकोण गरीब लोगों को बुनियादी सुविधाएं जैसे घर, पीने का पानी, बिजली आदि के साथ सशक्त बनाना है. हमारा वित्तीय समावेशन पर जोर है ताकि सभी के पास बैंक खाता हो और लाभ सीधे उन तक पहुंचे.
कोरोना महामारी के बाद भारतीय अर्थव्यवस्था के पुनरुद्धार पर केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अपनी बात रखते हुए कहा कि यह निश्चित रूप से भारतीय लोगों की उद्यमी प्रकृति है. अपनों को खोने के बावजूद, भारतीयों ने अवसर देखा कि वे इस चुनौती को स्वीकार कर सकते हैं और बाहर आकर एक दूसरे की मदद कर सकते हैं.
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