पीएम मोदी ने ‘हाउ बिहेवियरल चेंज कैन टैकल क्लाइमेट चेंज’ विषय पर अपनी राय देते हुए कहा कि खाली कॉन्फ्रेंस रूम में बैठकर क्लाइमेट चेंज पर चर्चा करने से कुछ नहीं होने वाला है. इसके लिए हर घर के खाने की टेबल से इसकी शुरुआत करनी होगी.
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विश्व बैंक की ओर से ‘हाउ बिहेवियरल चेंज कैन टैकल क्लाइमेट चेंज’ विषय पर आयोजित कार्यक्रम को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग जरिए संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि मिशन लाइफ मेरे दिल से जुड़ा मुद्दा है और इसे वैश्विक जाते देखते हुए मुझे बहुत खुशी हो रही है. इसके बीज बहुत पहले बो दिए गए थे। 2015 के UNGA में मैंने व्यवहार में परिवर्तन के बारे में बोला था. उसके बाद से हम बहुत दूर आए हैं. अक्टूबर 2022 में संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस और हमने मिलकर मिशन लाइफ का उद्घाटन किया था.
हाउ बिहेवियरल चेंज कैन टैकल क्लाइमेट चेंज’ पर अपनी राय देते हुए PM मोदी ने आगे कहा कि क्लाइमेट चेंज से अकेले कॉन्फ्रेंस टेबल से नहीं लड़ा जा सकता, इसे हर घर में डिनर टेबल से लड़ना होगा. जब विचार चर्चा की मेज से खाने की मेज पर जाते हैं, तो यह एक जन आंदोलन बन जाता है.
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