जम्मू-कश्मीर का उरी भारत और पाकिस्तान की सेनाओं के लिए युद्ध का मैदान है. जिससे यह अक्सर चर्चा में रहता है. लेकिन, इन दिनों उरी किसी और वजह से सुर्खियों में है. भारतीय रेलवे ने उरी को रेल का तोहफा दिया है. सब कुछ ठीक रहा तो इस साल के अंत तक उरी को रेल सेवा से जोड़ने का काम शुरू हो जाएगा. उरी राजधानी श्रीनगर से 122 किलोमीटर दूर है, जहां फिलहाल पहुंचने के लिए एक ही सड़क है. वर्ष 2009 में बनिहाल से बारामूला तक रेल सेवा शुरू होने से उरी के साथ कनेक्टिविटी में थोड़ा सुधार हुआ है, लेकिन सड़क मार्ग से उरी से बारामूला तक की यात्रा लगभग 50 किमी है.
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तीन माह में सर्वे पूरा कर लिया जाएगा
उरी को राज्य के अन्य हिस्सों से जोड़ने के लिए रेल मंत्रालय ने सीमा तक रेलवे ट्रैक बिछाने का फैसला किया है. इसे देखते हुए तीन महीने में प्रस्तावित लाइन के लिए उत्तर रेलवे द्वारा जमीनी और हवाई सर्वेक्षण पूरा करने के बाद रेल मार्ग पर काम साल के अंत तक शुरू हो सकता है.
लोगों ने किया स्वागत
रेलवे का काम शुरू होने की खबर सुनकर क्षेत्र के लोग दिल से केंद्र सरकार, रेल विभाग और राज्य सरकार का आभार व्यक्त कर रहे हैं. उरी के पार्षद डॉ. सज्जाद शफी के मुताबिक रेलवे का काम शुरू होने से इलाके में बेरोजगारी खत्म होगी और विकास को भी बढ़ावा मिलेगा.
ईको टूरिज्म को बढ़ावा मिलेगा
सज्जाद शफी ने रेव विभाग के इस फैसले को लेकर कहा कि रेलवे के आने के बाद बॉर्डर टूरिज्म और ईको टूरिज्म को बढ़ावा मिलेगा, जिससे बॉर्डर एरिया के लोगों को काफी राहत मिलेगी.’ वहीं, उत्तर रेलवे के अधिकारियों का कहना है कि कश्मीर में 50 किलोमीटर लंबे बारामूला-उरी सेक्शन पर काम शुरू हो गया है और सर्वे के लिए टेंडर मांगे गए हैं. परियोजना के पूरा होने के बाद उरी के सीमावर्ती इलाके को रेलवे से जोड़ा जाएगा.
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