आज साल 2023 का देश का बजट पेश किया गया. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मोदी सरकार का आखिरी और पूर्ण बजट 2.0 पेश किया है. आपकी जानकारी के लिए बता दे कि साल 2024 में लोकसभा चुनाव होने वाले हैं. इसलिए यह बजट देश के लिए बेहद खास है. बजट में देश के स्वास्थ्य क्षेत्र में कई नए कार्य करने का प्रयास किया जा रहा है.
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मेडिकल कॉलेज लैब की व्यवस्था
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने साल 2023 में साफ कर दिया था कि हेल्थ सेक्टर में कई सुधारों की जरूरत है. इसलिए नए मेडिकल कॉलेज की स्थापना की जाएगी. इसके साथ ही मेडिकल कॉलेज में अधिक से अधिक लैब की व्यवस्था की जाएगी. इसके अलावा स्वास्थ्य व्यवस्था में सुधार के लिए नई मशीनें लगाई जाएंगी ताकि भारत में बड़ी से बड़ी बीमारी का सफल इलाज हो सके.
2047 तक एनीमिया से मिलेगी मुक्ति
बजट 2023 में यह भी कहा गया है कि 2027 तक एनीमिया को खत्म कर दिया जाएगा. क्योंकि हर साल कई लोगों की मौत खून की कमी के कारण हो जाती है.
बच्चों में खून की कमी और खून की कमी से होने वाली बीमारियों से निपटने के लिए कई कार्यक्रम बनाए गए हैं. साथ ही वर्ष 2047 तक एनीमिया से निजात दिलाने का वादा किया है.
साफ पानी, भोजन पर जोर
यह बजट इसलिए भी खास है क्योंकि इसने यह भी साफ कर दिया है कि लोगों के लिए साफ पानी और खाना जरूरी है. इसलिए बजट में इसे विशेष प्राथमिकता दी गई है.
बजट 2022-23: स्वास्थ्य क्षेत्र
साल 2022 में पेश बजट में सरकार ने स्वास्थ्य क्षेत्र के लिए कुल 86 हजार 200 करोड़ रुपये देने की घोषणा की थी. यह बजट साल 2021 के बजट से 16.5% ज्यादा था, वर्ष 2021-22 के बजट में सरकार ने स्वास्थ्य क्षेत्र के लिए 73 हजार 932 करोड़ रुपए आवंटित किए थे. इसमें से 10,000 करोड़ रुपये प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना के लिए और 978 करोड़ रुपये हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर मिशन के लिए घोषित किए गए थे. नेशनल टेली-मेंटल हेल्थ प्रोग्राम को बजट 2022 में लॉन्च किया गया था. इसके तहत 23 टेली-मेंटल हेल्थ सेंटर बनाने की बात कही गई थी.
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