दिल्ली: एक तरफ जहां उड्डयन विभाग ने रविवार को एक ही दिन में साढ़े चार करोड़ भारतीय पर्यटकों की यात्रा की घोषणा की और उसके तीसरे दिन बाद गो फर्स्ट ने दिवालियेपन के लिए अर्जी दाखिल कर अस्थायी रूप से अपनी उड़ानें बंद कर दी है. फ्लाइटें रद्द होने से यात्रियों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
Advertisement
Advertisement
वाडिया ग्रुप की इस कंपनी ने 4 मई को आर्थिक तंगी के कारण उड़ानें बंद कर दी थीं क्योंकि इसे 8000 रुपये की जरूरत है. कंपनी के सीईओ के आदेश के बाद सभी उड़ानें अनिश्चित काल के लिए बंद कर दी है. इस संबंध में कंपनी ने दिल्ली में नेशनल लॉ ट्रिब्यूनल में अर्जी भी दाखिल की है. कंपनी को बार-बार होने वाले इश्यू और प्रैट एंड व्हिटनी इंजनों की सप्लाई होने की वजह से आधे से ज्यादा विमानों को ग्राउंडिड करना पड़ा है. विमानों के खड़े होने के कारण धन की कमी हो गई है. खोना ने आगे कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण फैसला है और हमें कंपनी के हित में यह फैसला लेना है.
पिछले तीस वर्षों में 15 एयरलाइंस बंद
इससे पहले इसी तरीके की समस्याओं के चलते वायुदूत एयरलाइंस, सहारा, पैरामाउंट, एमडीएलआर, डेक्कन, दरभंगा, दामनिया, गुजरात एयरवेज, एनईपीसी, एयर पेगासस, एयर कोस्टा, एयर कार्निवाल, जेट एयरवेज, एयर मंत्रा, किंगफिशर एयरलाइंस बंद हो चुकी है.
दिल्ली में दिवालिएपन के बीच गो फर्स्ट एयरलाइंस द्वारा 3, 4 और 5 मई को उड़ानें बंद करने से दिल्ली हवाई अड्डे पर गो फर्स्ट काउंटर खाली दिखा. एक यात्री ने बताया कि मुझे अहमदाबाद जाना था जिसके लिए मैं सुबह 3 बजे मेरठ से निकला था. मुझे यहां आकर पता चला कि फ्लाइट रद्द हो गई है. मेरी फ्लाइट सुबह 6:10 पर थी.
बंगाल की खाड़ी में बन रहा नया चक्रवात, ओडिशा सहित कई राज्यों में बेमौसम बारिश का खतरा
Advertisement