पिछला रबी सीजन और मौजूदा खरीफ सीजन किसानों के लिए अच्छा नहीं रहा है. इस साल मार्च के महीने में हुई बेमौसम बारिश ने किसानों को भारी नुकसान पहुंचाया है, गुजरात के साथ महाराष्ट्र में एक बार फिर बारिश हो रही है. जहां इस बारिश से लोगों को भीषण गर्मी से राहत मिल रही है, वहीं दूसरी ओर इससे किसानों द्वारा तैयार आम, प्याज और नींबू की फसल को काफी नुकसान पहुंचा है.
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किसान बारिश को लेकर चिंतित हैं और फसल के नुकसान की भरपाई कैसे करेंगे? हालांकि फसलों को हुए नुकसान का आकलन केंद्र और राज्य सरकार के स्तर पर किया जाएगा और उसके आधार पर किसानों को मुआवजा देने की तैयारी की जाएगी. महाराष्ट्र में लगातार तीन दिनों से लगातार बारिश हो रही है और इसका सीधा असर जमीनी स्तर पर देखा जा रहा है.
इस बारिश से पातुर, हिंगोली जिलों को विशेष रूप से भारी नुकसान हुआ है और इससे किसानों को भारी आर्थिक नुकसान की संभावना जताई जा रही है. बारिश को लेकर स्थानीय लोगों का कहना है कि बेमौसम बारिश से फसल बर्बाद हो गई है और किसानों की मुश्किलें बढ़ गई हैं, इसलिए हमारी मांग है कि सरकार फसलों का उचित मुआवजा दे. लेकिन सरकार की ओर से किसानों को मुआवजा देने को लेकर अभी तक कोई पहल नहीं की गई है.
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