आंध्र प्रदेश हाई कोर्ट से एक बार फिर पूर्व सीएम चंद्रबाबू नायडू को झटका लगा है. आंध्र प्रदेश उच्च न्यायालय ने अलग-अलग मामलों में नायडू द्वारा दायर तीन जमानत याचिकाओं को खारिज कर दिया है.
Advertisement
Advertisement
क्या है पूरा मामला?
सीआईडी ने 9 सितंबर को चंद्रबाबू नायडू को गिरफ्तार किया था. आंध्र प्रदेश राज्य कौशल विकास घोटाले में पूर्व मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू को मुख्य आरोपी बनाया गया है. इस घोटाले में उन पर करोड़ों रुपये का गबन करने का आरोप है. राज्य कौशल विकास की स्थापना टीडीपी सरकार के कार्यकाल के दौरान वर्ष 2016 में की गई थी. इसका उद्देश्य बेरोजगार युवाओं को उनकी रोजगार क्षमता बढ़ाने के लिए कौशल प्रशिक्षण प्रदान करके सशक्त बनाना था.
चंद्रबाबू नायडू को उस समय गिरफ्तार किया गया जब वह एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने के बाद शिविर में आराम कर रहे थे. नंदयाल रेंज के डीआइजी रघुराम रेड्डी और सीआइडी के नेतृत्व में बड़ी संख्या में पुलिस बल उन्हें गिरफ्तार करने पहुंची थी. चंद्रबाबू नायडू के बेटे और टीडीपी नेता नारा लोकेश को भी पुलिस ने हिरासत में लिया था.
पूर्व सीएम चंद्रबाबू नायडू राजमुंदरी सेंट्रल जेल में बंद हैं. नायडू ने अमरावती इनर रिंग रोड और अंगल्लू हमला मामलों में जमानत और ‘फाइबर नेट’ मामले में अग्रिम जमानत का अनुरोध करते हुए अदालत का रुख किया था. लेकिन आंध्र प्रदेश हाई कोर्ट ने तीनों जमानत याचिकाओं को खारिज करते हुए उनको बड़ा झटका दिया है.
Advertisement