भारत के खिलाफ लगातार जहरीले सांप की तरह जहर उगल रहे खालिस्तानी आतंकी गुरुपतवंत सिंह पन्नू ने फिलिस्तीन के चरमपंथी संगठन हमास का समर्थन किया है. इसके बाद कनाडा में रहने वाले हिंदू समुदाय ने एक बार फिर उसके जहरीले बयानों पर चिंता जताई है और कनाडा सरकार से पन्नू के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है.
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हालांकि, खालिस्तानियों को खुश करने वाली प्रधानमंत्री ट्रूडो की सरकार पन्नू के खिलाफ कार्रवाई करे इसकी संभावना न के बराबर है.
हमास और इजराइल के बीच युद्ध के बाद पन्नू का एक वीडियो सामने आया है. जिसमें वह यह कहते हुए सुनाई दे रहा है कि 21 अक्टूबर से सिख फॉर जस्टिस संगठन जी-7 देशों वैंकूवर, वाशिंगटन, लंदन, फ्रैंकफर्ट, मिलान में भारतीय दूतावासों को बंद कर देगा.
साथ ही वह हमास का समर्थन कर भारत पर भी ऐसे ही हमले करने की धमकी दी. इसके बाद कनाडा की संस्था हिंदू फोरम ने कनाडा सरकार को पत्र लिखकर पन्नू के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है और कहा है कि इस तरह की बयानबाजी की अनुमति नहीं मिलनी चाहिए, हम सरकार से अपील करते हैं कि वह इस मामले में तुरंत कार्रवाई करे. जिस तरह के घृणित बयानों से लोगों को भड़काया जा रहा है, उसे देखकर हिंदू समुदाय की सुरक्षा को लेकर चिंतित होना स्वाभाविक है.
कनाडा की संस्था हिंदू फोरम ने आगे कहा कि पन्नू कनाडा का नागरिक भी नहीं है. उसके कनाडा में प्रवेश पर प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए और यदि वह कनाडाई नागरिक हैं तो सरकार को उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी चाहिए. पन्नू रेडियो एएम-600 नामक समाचार चैनल का समाचार निदेशक है और इस चैनल से खालिस्तानी एजेंडा फैलाता है, जानकारी के मुताबिक पन्नू फिलहाल अमेरिका में रह रहा है और वहां से लगातार भारत विरोधी वीडियो बना रहा है और जहर उगल रहा है.
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