पश्चिम एशिया में इजरायल और फिलिस्तीन के बीच युद्ध लगातार जारी है. हमास के हमले के बाद शुरू हुए इस युद्ध का कोई समाधान नहीं दिख रहा है. इस बीच, इज़रायली मुद्रा शेकेल को भारी नुकसान हुआ है, और यह सात साल के निचले स्तर पर आ गई है.
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इसराइली मुद्रा में गिरावट जारी
रिपोर्ट के मुताबिक इजराइल की मुद्रा शेकेल में सोमवार को 2.5 फीसदी से ज्यादा की गिरावट आई थी. मार्च 2020 के बाद से एक ही दिन में शेकेल की कीमत में यह सबसे बड़ी गिरावट थी. अब भी शेकेल की कीमतों में भारी दबाव देखा जा रहा है. वर्तमान में शेकेल का मूल्य डॉलर के मुकाबले लगभग 4 तक गिर गया है. यह शेकेल का 7-8 वर्षों में सबसे कम मूल्य है.
2016 के बाद से सबसे कम मूल्य
इजराइल की मुद्रा शेकेल में इस साल अब तक 11 फीसदी से ज्यादा की गिरावट आ चुकी है. इस साल प्रमुख अंतरराष्ट्रीय मुद्राओं के मुकाबले डॉलर में पहले से ही बढ़त देखी जा रही है. इसके चलते 2023 में लगभग सभी एशियाई मुद्राएं दबाव में हैं. पश्चिम एशियाई देश के युद्ध में शामिल होने से शेकेल के मूल्य पर असर पड़ा है और यह मूल्य अब 2016 की शुरुआत के बाद से अपने सबसे निचले स्तर पर है.
इन देशों के बाजारों पर भी असर
इसराइल-फ़िलिस्तीन युद्ध का प्रभाव व्यापक है. इसराइल का शेयर बाज़ार भी युद्ध से प्रभावित हुआ है. इसके अलावा इस युद्ध का असर शेयर बाज़ार, बांड बाज़ार और लेबनान, जॉर्डन और मिस्र जैसे पड़ोसी देशों की मुद्राओं पर भी नकारात्मक प्रभाव डाल रहा है. शेकेल के गिरते मूल्य के जवाब में, बैंक ऑफ इज़राइल ने सोमवार को कहा कि वह खुले बाजार में 30 अरब डॉलर तक की विदेशी मुद्रा बेचेगा.
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