प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को दक्षिण अफ्रीका के जोहान्सबर्ग में चल रहे ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में अफ्रीका आउटरीच और ब्रिक्स प्लस डायलॉग को संबोधित किया. पीएम मोदी ने कहा कि ब्रिक्स के विस्तार पर साझेदार देशों के बीच आम सहमति है. अर्जेंटीना और सऊदी अरब सहित छह देशों को ब्रिक्स के नए स्थायी सदस्यों के रूप में शामिल किया गया है. पीएम मोदी ने कहा कि भारत इन कदमों का समर्थन करता है. इसके अलावा उन्होंने कहा कि मेरा मानना है कि यहां मौजूद ब्रिक्स देश और मित्र राष्ट्र बहुध्रुवीय दुनिया को मजबूत करने में योगदान दे सकते हैं.
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ब्रिक्स-अफ्रीका आउटरीच और ब्रिक्स प्लस डायलॉग को संबोधित करते हुए PM नरेंद्र मोदी ने आगे कहा कि लगभग 4,400 भारतीय शांतिरक्षक जिनमें महिलाएं भी शामिल हैं, शांति बहाल करने के लिए अफ्रीका में तैनात हैं. हम आतंकवाद और समुद्री डकैती के खिलाफ लड़ाई में अफ्रीका के साथ काम कर रहे हैं. भारत ने अफ़्रीका के साथ संबंधों को अत्यधिक महत्व दिया है. हमने अफ्रीका में 16 नए दूतावास खोले हैं. आज भारत अफ्रीका का चौथा सबसे बड़ा व्यापार भागीदार और पांचवां सबसे बड़ा निवेशक है.
इसके अलावा पीएम मोदी ने कहा कि भारत ने हमेशा ब्रिक्स के विस्तार का समर्थन किया है. भारत का मानना रहा है कि नए सदस्यों को जोड़ने से ब्रिक्स एक संगठन के रूप में मजबूत होगा. पीएम ने चंद्रयान-3 की सफलता पर कहा कि यह हमारे लिए गर्व की बात है कि इस सफलता को एक देश की सीमित सफलता के रूप में नहीं बल्कि मानवजाति की महत्वपूर्ण सफलता के रूप में स्वीकार किया जा रहा है.
दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा ने जोहान्सबर्ग में 15वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के परिणामों की घोषणा की. उन्होंने कहा, “हम अर्जेंटीना, मिस्र, इथियोपिया, ईरान, सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात को ब्रिक्स का पूर्ण सदस्य बनने के लिए आमंत्रित करने के लिए एक समझौते पर पहुंचे हैं. सदस्यता जनवरी 2024 से लागू होगी.”
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