जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में जी-20 की बैठक का आज दूसरा दिन है. बैठक में भाग लेने के लिए 29 देशों के 62 प्रतिनिधि श्रीनगर पहुंचे हैं. जम्मू-कश्मीर के लिहाज से श्रीनगर में आयोजित इस बैठक को काफी अहम माना जा रहा है. इस बैठक के जरिए दुनिया को कश्मीर के बदलते हालात का संदेश देने की भी कोशिश की जा रही है. विदेशी प्रतिनिधियों को भी कश्मीर के बदलते हालात से अवगत कराया जा रहा है.
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जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा, केंद्रीय मंत्री जी किशन रेड्डी और डॉ जितेंद्र सिंह और G20 शेरपा अमिताभ कांत ने श्रीनगर में चल रही तीसरी G20 टूरिज्म वर्किंग ग्रुप की बैठक में भाग लिया. तीन दिवसीय बैठक का यह दूसरा दिन है. इस मौके पर उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा कि टूरिज्म वर्किंग ग्रुप की इस G20 बैठक को आयोजित करना इस केंद्र शासित प्रदेश के नागरिकों के लिए बहुत गर्व की बात है जो सतत पर्यटन के लिए एक वैश्विक वास्तुकला पर विचार कर रहा है.
जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने आगे कहा कि जम्मू-कश्मीर हमेशा ज्ञान और लुभावने परिदृश्य का केंद्र रहा है. 30 वर्षों तक शांति की इस भूमि को हमारे पड़ोसी देश द्वारा राज्य प्रायोजित आतंकवाद का शिकार होना पड़ा, प्रधानमंत्री मोदी राज्य को सशक्त बनाने वाली विकास योजनाएँ लेकर आए हैं. आज जम्मू-कश्मीर देश के विकसित राज्यों में से एक है.
श्रीनगर में चल रही तीसरी G20 टूरिज्म वर्किंग ग्रुप की बैठक में हिस्सा लेने वाले केंद्रीय मंत्री जी किशन रेड्डी ने कहा कि भारत सरकार का पर्यटन मंत्रालय सभी G20 सदस्य देशों, आमंत्रित देशों और सभी अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के साथ काम करने के लिए प्रतिबद्ध हैं ताकि स्थायी प्रथाओं को बढ़ावा दिया जा सके जो लोगों और प्लैनेट्स दोनों को लाभान्वित करें.
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